मतदान अधिकारी ने इस पत्र में दावा किया है कि सुरक्षाबलों ने उनका अपहरण कर लिया। बाद में एमएमए के पक्ष में फर्जी मतों की संख्या के साथ फार्म 45 जमा करने को कहा गया। इस मामले में बुधवार को क्वेटा में आयोग ने सुनवाई की थी जहां प्रांत के चुनाव अधिकारी ने बताया कि नकाबपोश लोगों ने मतदान के दिन दो मतदान अधिकारियों का अपहरण कर लिया था और इसी वजह से इन दोनों मतदान केंद्रों के मतों को पीबी-41 सीट के मतों की गिनती के दौरान शामिल नहीं किया गया था।
इस सीट से चुनाव हारने वाले बलूचिस्तान अवामी पार्टी के उम्मीदवार मीर मुजीबुर रहमान मोहम्मद हसानी ने आयोग का ध्यान इस तरफ आकर्षित कराया कि मतदान केंद्र संख्या 44 और 45 के परिणाम बलूचिस्तान विधानसभा सीट के पीबी-41 सीट के अंतिम परिणाम में शामिल नहीं थे। इसके बाद आयोग ने इस मसले का संज्ञान लिया था। (भाषा)