मुशर्रफ ने उन रिपोर्ट से इनकार किया कि वह एमक्यूएम की अगुवाई करने जा रहे हैं और दावा करते हुए कहा, यह सोचना हास्यास्पद है कि मैं किसी अल्पसंख्यक, जातीय पार्टी की अगुवाई करूंगा।
उन्होंने जोर देकर कहा, 'एमक्यूएम-पाकिस्तान का जो अस्तित्व (मूल रूप में) हुआ करता था वह अब सिर्फ उसकी आधी रह गई है।' उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी एकजुट रहती है तो फारुक सत्तार या मुस्तफा कमाल को बदलने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है।
पूर्व राष्ट्रपति ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को भी ऐसे समूह से हाथ मिलाने की सलाह दी जो पाकिस्तान को उन्नति की दिशा में ले जाए, जबकि सिर्फ अपनी पार्टी के बारे में सोचने के लिए उनकी आलोचना भी की। (भाषा)