प्रियंका ने समारोह में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष राजनयिकों, यूनिसेफ के सद्भावना दूतों और बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी इच्छा है कि बच्चे स्वतंत्र रहें। उन्हें सोचने की, जीवन को जीने की स्वतंत्रता हो।
उन्होंने कहा कि इंसान ने जीवन के हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है लेकिन अभी भी दुनिया में बच्चे हिंसा, र्दुव्यवहार और शोषण से असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि हम दुनिया के उत्पीड़ित बच्चों की सामूहिक आवाज बनने के लिए आपसे आज हमसे जुड़ने का आग्रह करते हैं। (भाषा)