पर्वतीय क्षेत्र में नदी के पास बसा यह गांव बेहद ठेठ, कम आय वाले इंडोनेशियाई लोगों का बसेरा है। गांव को नया रंग रूप देने से पहले ऐसा लगता था मानो मामूली से दिखने वाले करीब 200 घरों का यह बसेरा खुशियों के रंग से महरूम था। लेकिन सेमारांग स्थित वोनोसारी समुदाय के निवासियों ने इसे नया रूप देने का कठिन फैसला किया। इसके लिए उन्हें स्थानीय सरकार से राशि मिली और कई कंपनियों ने भी इस परियोजना में सहयोग दिया।