LUNA 25 mission moon : रूस के मिशन मून को उस समय बड़ा झटका लगा जब चांद की कक्षा में ऑर्बिट बदलते वक्त आसामन्य स्थिति आ गई, जिस वजह से लूना-25 ठीक ढंग से ऑर्बिट बदल नहीं सका। इस वजह से उसकी लैंडिंग टल सकती है। लूना 21 अगस्त को चांद की सतह पर लैंड करने वाला है।
रोस्कोस्मोस के अनुसार, लूना-25 ने चांद के जमीन क्रेटर की तस्वीरें पोस्ट की हैं। यह चंद्रमा के दक्षिणी गोलार्ध का तीसरा सबसे गहरा गर्त है, जिसका व्या 190 किमी और गहराई 8 किमी है। लूना-25 से अब तक प्राप्त डाटा से चांद की मिट्टी में रासायनिक तत्वों के बारे में जानकारी मिली है।