अमेरिका समर्थित अशरफ गनी सरकार के अचानक पतन के बाद तालिबान ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया जिसके बाद राष्ट्रपति को देश छोड़कर जाना पड़ा। रेडियो स्टेशन ने झिरनोव के हवाले से बताया कि मैं काबुल पर उनके नियंत्रण के पहले दिन से उन्हें आंकता हूं। प्रभाव अच्छे हैं। काबुल में स्थिति अब (तालिबान के तहत) अशरफ गनी की तुलना में बेहतर है।
वरिष्ठ राजनयिक के अनुसार काबुल में प्रवेश करते समय तालिबान निहत्थे थे। इसके अलावा उन्होंने तुरंत विदेशी राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का वादा किया। झिरनोव ने कहा कि सोमवार सुबह तालिबान ने लोगों को हॉटलाइन फोन दिए कि अगर लुटेरों, अपराधियों या डाकुओं द्वारा हमला किया जाता है तो वे तालिबान को बुला सकते हैं।