उन्होंने कहा कि आतंकवादी संगठन के सरगना अब अफगानिस्तान और पाकिस्तान पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित नहीं कर रहे। अलकायदा के कट्टर आंतकवादी आजकल सीरिया, यमन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इससे भी आगे तक हैं।
वहीं रैंड फाउंडेशन से सेथ जोन्स ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, 'मुझे लगता है कि इसमें कोई प्रश्न ही नहीं है। अगर आप अलकायदा से जुडे संगठनों के भारत में बढ़ते हमले और बांग्लादेश में आईएस के हमलों को देखें तो यह चिंता की बात है। अलकायदा कोर यकीनन कमजोर हुआ है।' (भाषा)