राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद ने बंग भवन में 71 वर्षीय हसीना को पद की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री के रूप में यह हसीना का चौथा कार्यकाल है। राष्ट्रपति ने उसके बाद सरकार में शामिल होने वाले नए मंत्रियों, राज्यमंत्रियों और उपमंत्रियों को पद की शपथ दिलाई। हसीना के मंत्रिमंडल में 24 मंत्री व 22 राज्यमंत्री होंगे।
हसीना के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ ग्रैंड अलायंस ने चुनावों में 96 प्रतिशत सीटों पर जीत हासिल की थी। इन चुनावों में धांधली, फर्जी वोट डालने, मतदाताओं को डराने-धमकाने और हिंसा की घटनाएं सुर्खियों में रही थीं। हसीना एवं सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग ने इन आरोपों का खंडन किया है।
हसीना की कैबिनेट में ज्यादातर नए चेहरों को जगह दी गई है। नए मंत्रिमंडल के 31 सदस्य पहली बार मंत्री बने हैं। मंत्रिमंडल में विशेष रूप से अवामी लीग के सदस्य शामिल हैं। गुरुवार को उन्हें चौथी बार सदन का नेता चुना गया। बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हसीना को कई लोग देश की 'लौह महिला' कहते हैं।
रक्षा मंत्रालय जैसे बड़े मंत्रालयों को हसीना के अपने पास ही रखने की अटकलों के बीच कई अनुभवी नेताओं को मंत्रिपरिषद से बाहर रखा गया। अवामी लीग नीत ग्रैंड एलायंस की प्रमुख सहयोगी जातीय पार्टी ने शुक्रवार को तय किया था कि वह संसद में विपक्ष की भूमिका में रहेगी। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया नीत मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी ने आम चुनावों के नतीजों को मानने से इंकार कर दिया था। (भाषा)