हालांकि इस सीट पर लेबर पार्टी की जीत की उम्मीद की जा रही थी, जो स्कैंडल की वजह से मौजूदा सांसद द्वारा इस्तीफा देने से खाली हुई थी। जीत के बड़े अंतर को सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के खिलाफ जनता के रुख के तौर पर देखा जा रहा है। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे दिखाते हैं कि जनता कंजरवेटिव पार्टी से ऊब चुकी है।
कंजरवेटिव पार्टी ने चेस्टर में वर्ष 1832 के बाद से सबसे खराब प्रदर्शन किया है और उसके उम्मीदवार लिज वार्डलॉ को महज 6,335 मत मिले हैं, जो कुल मतों का 22.4 प्रतिशत है। डिक्सन ने जीत को लेबर पार्टी के पक्ष में जनमत करार देते हुए कहा, चेस्टर और पूरे देश की जनता वास्तव में चिंतित है।