श्रीलंका में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 151 हुई

सोमवार, 29 मई 2017 (08:24 IST)
कोलंबो। श्रीलंका में भीषण बाढ़ में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 151 पर पहुंच गई जबकि मौसम में सुधार होने और बाढ़ का पानी घटने से राहत एवं बचाव कार्य ने तेजी पकड़ ली है। वर्ष 2003 के बाद की सबसे ज्यादा मूसलधार बारिश के कारण करीब 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
 
श्रीलंका ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग मांगा है। भारत पहला देश है जिसने आपातकालीन राहत सामग्री के साथ नौसेना के 3 जहाजों को श्रीलंका के लिए रवाना किया। पहला भारतीय जहाज यहां शनिवार को पहुंचा।
 
दूसरा भारतीय पोत 'आईएनएस शार्दूल' रविवार को कोलंबो पहुंचा और तीसरे जहाज के सोमवार तक पहुंचने की संभावना है। श्रीलंका के विदेश मंत्री रवि करुणानायक ने पोत का स्वागत किया। खराब मौसम के कारण बट्टीकलोआ, कोलंबो, गाले, गम्पाहा, हम्बनटोटा, कालूतारा, केंडी, किगाले, मटाले, मटारा, मल्लैतिवु, रत्नापुरा, त्रिंकोमाली और वावुनिया में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
 
संयुक्त राष्ट्र ने बयान जारी कर बताया कि सबसे बुरी तरह प्रभावित गाले है। आपदा प्रबंधन केंद्र ने रविवार को बताया कि 15 जिलों के 1,14,124 परिवारों के कम से कम 4,42,299 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। आपदा केंद्र के अनुसार बाढ़ से 151 लोग मारे गए हैं और 111 अब भी लापता हैं, वहीं 24,603 परिवारों के 1,01,638 लोगों को 319 सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। 
 
मौसम विभाग ने कहा कि हालांकि अस्थायी तौर पर अभी भारी बारिश कम हो गई है लेकिन 29 मई से दक्षिण पश्चिमी भाग में और तेज बारिश होने की स्थितियां बन सकती हैं इसलिए सागर क्षेत्र में हवाएं चलना जारी रहेंगी और बारिश के दौरान ये हवाएं तेज हो सकती हैं। देश के मछुआरा समुदाय के लोगों को मौसम के बारे में चौकस कर दिया गया है।
 
श्रीलंका के तीनों बलों के जवान जिनमें सेना के एक हजार से ज्यादा जवान शामिल हैं, राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। इस बीच विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय तलाश एवं बचाव सलाहकार समूह (आईएनएसएआरएजी) तथा पड़ोसी देशों से सहयोग की अपील की है।
 
पड़ोसी मुल्क में आई भीषण आपदा में तत्काल मदद का हाथ बढ़ाने वाला भारत पहला मुल्क है। उसने श्रीलंका की सहायता के लिए आपात आपूर्ति के साथ नौसेना के 3 जहाज भेजे हैं। आईएनएस किर्च को बाढ़ राहत अभियानों में तत्काल सहायता के लिए कोलंबो भेजा गया है वहीं आईएनएस शार्दुल और आईएनएस जलाश्व खाद्य पदार्थ, पानी और दवाइयां लेकर यहां के लिए रवाना हो चुका है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें