उन्होंने सीबीएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, 'हमारा दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश है और हम और अधिक शक्तिशाली हो रहे हैं क्योंकि मैं सैन्य शक्ति को प्राथमिकता देता हूं। उदाहरण के तौर पर, यदि हिलेरी जीती होती तो हमारी सेना नष्ट हो गई होती। हमारी ऊर्जा बहुत अधिक महंगी होती। पुतिन को मेरी यह बात पसंद नहीं।'
साक्षात्कार के अंशों के अनुसार ट्रंप ने कहा, 'इसलिए मैं कहता हूं कि वह मुझे क्यों पसंद करेंगे? मैं पहले ही दिन से मजबूत सेना चाहता हूं और वह ऐसा देखना नहीं चाहते।' उन्होंने कहा, 'मैं पहले ही दिन से ऊर्जा की कीमत कम करना चाहता हूं और बड़ी मात्रा में इसका निर्माण करना चाहता हूं। हम आत्मनिर्भर होंगे और ऊर्जा निर्यात करेंगे। वह यह नहीं चाहते।'
ट्रंप ने कहा, पुतिन वे चीज चाहते हैं जो रूस के लिए अच्छी है और मैं अमेरिका की बेहतरी चाहता हूं। मेरा मानना है कि सीरिया जैसे मामले में हम मिलकर काम कर सकते हैं। इसके अलावा हम और भी कई मामलों पर मिलकर काम कर सकते हैं।
उन्होंने पुतिन के साथ हुई उनकी बैठक के बारे में कहा, 'कभी-कभी आपकी किसी बात पर सहमति नहीं बनती और कभी-कभी सहमति बनेगी लेकिन हमारी बैठक अच्छी रही। यह दो घंटे 15 मिनट चली। हर कोई इस बात से हैरान था कि बैठक इतनी लंबी चली लेकिन यह बुरी नहीं बल्कि अच्छी बात है।' (भाषा)