'द वॉशिंगटन पोस्ट' अखबार के मुताबिक ट्रंप ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय शरणार्थी समझौते को लेकर टर्नबुल की आलोचना की और इसके बाद अचानक फोन काट दिया। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका का करीबी सहयोगी माना जाता है।
उन्होंने कहा कि मैं आपकी उत्सकुता समझ सकता हूं लेकिन यह बेहतर है कि इन बातों को निजी रखा जाए। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि रिश्ते काफी मजबूत हैं। टर्नबुल ने सोमवार को कहा था कि ट्रंप नौर और पापुआ न्यू गिनी में शरणार्थी शिविरों में रह रहे 1,600 लोगों में से कुछ लोगों के पुनर्वास के लिए ओबामा प्रशासन के दौरान हुए समझौते पर कायम रहने पर सहमत हो गए हैं।
टर्नबुल ने कहा कि नए प्रशासन के साथ हुआ समझौता सहयोगी देश के साथ हमारी नजदीकियों को दर्शाता है लेकिन जैसा कि ऑस्ट्रेलिया के लोग मुझे जानते हैं, मैं सार्वजनिक या निजी हर मंच पर ऑस्ट्रेलिया के लिए खड़ा रहता हूं।