इसे कहते हैं महा-रैली। तुर्की के राष्ट्रपति @RTErdogan को हराना मुश्किल ही नहीं, लगभग नामुमकिन है। इस्तांबुल में 17 लाख समर्थकों को बुलाकर उन्होंने अपनी ताकत का खुला प्रदर्शन किया। भूकंप से बरबाद हुए इस देश में पुनर्निर्माण सबसे बड़ी चुनौती है। साथ ही पश्चिम को संदेश कि वो अब भी… pic.twitter.com/4GVfPsfwHu
— Brajesh Misra (@brajeshlive) May 7, 2023