बीते मंगलवार को तुर्क पुलिस ने 120 संदिग्धों की तलाश में इस्तांबुल की दर्जनों कंपनियों में छापेमारी की। लगभग एक सौ लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्रधानमंत्री बिनअली यिलदिरिम ने कल रात कहा कि 15 जुलाई के नाकाम तख्तापलट के बाद कथित गुलेन समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई में 40,029 सरकारी कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया था। इनमें से 20,335 अब भी हिरासत में ही हैं।
राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने गुलेन से संबंधित व्यवसायों, दान संस्थाओं और स्कूलों को बंद करने की मांग की थी और उन्हें 'आतंकी संगठन' या 'आतंक का गढ़' बताया था। वर्ष 1999 से अमेरिका में स्व:निर्वासन में रह रहे गुलेन ने सरकार के आरोपों से इनकार कर दिया है। अंकारा ने वाशिंगटन से गुलेन के प्रत्यर्पण की मांग की है और संकेत दिया है कि ऐसा नहीं होने की स्थिति में दोनों देशों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है। (भाषा)