PNB घोटाला : भगोड़े नीरव मोदी पर आज आएगा फैसला, प्रत्यर्पण होने पर आर्थर जेल का बैरक नंबर 12 बन सकता है नया ठिकाना
बुधवार, 12 जून 2019 (06:50 IST)
लंदन/ मुंबई। ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई पूरी की। नीरव ने निचली अदालत के जमानत देने से इंकार करने के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। कोर्ट अपना फैसला आज सुना सकती है।
हीरा कारोबारी का प्रयास है कि पंजाब नेशनल बैंक के साथ करीब 2 अरब डॉलर की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसे भारत को न सौंपा जाए।
नीरव मोदी की याचिका पर सुनवाई कर रहीं न्यायमूर्ति इंग्रिड सिमलर ने सुनवाई पूरी की। उन्होंने कहा कि यह मामला महत्वपूर्ण है, इसलिए इस पर विचार करने के लिए कुछ समय की जरूरत होगी और वह आज अपना फैसला सुनाएगी।
इससे पहले नीरव मोदी की कानूनी टीम ने न्यायमूर्ति सिमलर की अदालत के समक्ष दलील रखना शुरू किया था। उसकी टीम की कोशिश है कि मोदी को न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रखने के मजिस्ट्रेटी अदालत के फैसले को पलट दिया जाए।
वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत नीरव मोदी की जमानत की अर्जी 3 बार खारिज कर चुकी है, क्योंकि उसको लगा है कि यह हीरा कारोबारी ब्रिटेन से भाग सकता है।
नीरव मोदी की वकील क्लेयर मोंटगोमरी ने उच्च न्यायालय में कहा कि हकीकत यह है कि नीरव मोदी विकिलीक्स के सह-संस्थापक जूलियन असांजे नहीं हैं, जिसने इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली है, बल्कि सिर्फ एक साधारण भारतीय जौहरी है।
मोंटगोमरी ने उच्च न्यायालय में कहा कि हकीकत यह है कि नीरव मोदी कोई दुर्दांत अपराधी नहीं है जैसा कि भारत सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है। वह एक जौहरी हैं और उन्हें ईमानदार और विश्वसनीय माना जाता है।
न्यायमूर्ति सिमलर ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए इस आशंका का संकेत दिया कि नीरव मोदी जमानत पर छूटने के बाद भाग सकता है। उन्होंने कहा मोदी के पास ब्रिटेन से भागने के साधन हैं और इस मामले में इस बात को ध्यान में रखना होगा। उन्होंने कहा कि ‘काफी भारी भरकम रकम’ का मामला है।
आर्थर रोड जेल में बैरक नंबर 12 तैयार : मुम्बई की आर्थर रोड जेल के अधिकारियों ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन से प्रत्यर्पित किए जाने की सूरत में उसे 'बैरक संख्या-12' में रखने की तैयारी कर ली है। गृह विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि जेल विभाग ने पिछले सप्ताह राज्य के गृह विभाग को आर्थर रोड जेल की स्थिति और नीरव मोदी के बैरक में रखे जाने की सूरत में वहां मुहैया कराई जा सकने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने भी हाल ही में राज्य सरकार से यह जानकारी मांगी थी।
मोदी को 19 मार्च को लंदन में स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल उसे भारत को प्रत्यर्पित करने की तैयारी चल रही है। अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने हाल ही में पत्र लिखकर केंद्र को उन सुविधाओं के बारे में आश्वासन दिया है जो जेल में उपलब्ध कराई जा सकती है।
पत्र के अनुसार अगर मोदी को प्रत्यर्पित किया गया तो उसे आर्थर रोड जेल की बैरक संख्या 12 के दो में से एक कमरे रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल एक कमरे में 3 कैदियों को रखा गया है और एक कमरा खाली है।
उन्होंने बताया कि अगर मोदी और माल्या को प्रत्यर्पित किया गया तो उन्हें इसी कमरे में रखा जाएगा, जिसमें तीन पंखे, छह ट्यूबलाइट और दो खिड़कियां हैं।
अधिकारी ने कहा कि जेल विभाग ने यह आश्वासन भी दिया कि मोदी को एक ऐसे सेल में रखा जाएगा, जहां अन्य कैदियों की संख्या तीन से अधिक नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उस इस बैरक में रखा गया तो उसे 3 वर्ग मीटर का निजी स्थान मिल सकता है। इसके अलावा उन्हें एक सूती चटाई, तकिया, बेडशीट और कंबल दिया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि उसे व्यायाम और मनोरंजन के लिए उचित समय के लिए सेल से बाहर आने की अनुमति दी जाएगी, जो एक दिन में एक घंटे से ज्यादा नहीं होगी।
जेल विभाग ने यह भी आश्वासन दिया कि उन्हें पर्याप्त रोशनी, वेंटिलेशन और निजी सामान के लिए पर्याप्त भंडारण मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मोदी को प्रतिदिन स्वच्छ पेयजल, रात-दिन चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही शौचालय और धोने की सुविधाएं भी दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐसी सभी सुविधाएं बिना किसी भेदभाव के दी जाएंगी।
अधिकारी ने कहा कि चूंकि बैरक अत्यधिक सुरक्षित है और वहां तैनात पुलिसकर्मियों को किसी भी स्थिति को संभालने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया गया है, लिहाजा वहां यातना या गलत व्यवहार की कोई घटना नहीं हुई है।