क्या होता है USS Gerald R. Ford, काल बनकर टूटता है, अमेरिका के आदेश के बाद इस्लामिक देश पसीने से हुए तरबतर
मंगलवार, 10 अक्टूबर 2023 (18:11 IST)
USS Gerald R. Ford : इजरायल और हमास आतंकियों के बीच वॉर ने पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है। इजरायल और गाजा पट्टी का आसमान मिसाइलों के धुएं से पटा पड़ा है। इस बीच इस युद्ध के और ज्यादा खौफनाक होने की खबर आ रही है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी जहाजों और युद्धक विमानों को इजरायल के पास तैनात करने का आदेश दिया है।
ये खबर इसलिए खौफनाक है क्योंकि अमेरिका ने जिन एयरक्राफ्ट फाइटर को तैनात करने के आदेश दिए हैं, वो USS Gerald R. Ford हैं। जो दुनिया में सबसे खतरनाक माने जाते हैं और किसी भी देश पर तबाही मचा सकते हैं।
इस खबर के बाद से ही गाजा पट्टी से लेकर फिलिस्तीन और आसपास के इस्लामिक देशों के पसीने छूट रहे हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह क्षेत्र में फाइटर जेट स्क्वाड्रन को बढ़ाने के लिए एयरक्राफ्ट करियर USS Gerald R. Ford और उसके साथ आने वाले युद्धपोतों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज रहा है।
क्या होता है USS Gerald R. Ford: USS Gerald R. Ford अमेरिका का बेहद खतरनाक लड़ाकू युद्धपोत है। इस पर तिकानदरेगा मिसाइल क्रूजर और आर्लेग ब्रक के चार मिसाइल ड्रिस्ट्रॉयर तैनात हैं। इसी बेडे पर सेना को रसद सप्लाय करने वाले शिप भी हैं। दुश्मनों को रोकने के लिए इसमें पानी के भीतर लड़ने वाली परमाणु पनडुब्बी भी है। इसे सीवीएन 78 भी कहा जाता है। अमेरिका ने इन लड़ाकू युद्धपोत की तैनाती के आदेश देकर यही मैसेज दिया है कि कोई भी देश आसपास फटकने की कोशिश न करे।
क्या है USS Gerald R. Ford की खासियत: USS Gerald R. Ford न्यूक्लियर पावर से संचालित होता है। यह दुनिया के किसी भी हिस्से में पहुंच सकता है। समंदर में इसकी रफ्तार 56 किमी प्रति घंटा है। इसमें एक साथ 3 हजार से ज्यादा सैनिक और लडाके तैनात हो सकते हैं। इस पर 90 लड़ाकू विमान और हैलिकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं। फिलहाल इस पर सुपर हार्नेट और एफ- 35 तैनात किए गए हैं। इसका वजन एक लाख टन है। बता दें कि भारत के आईएनएस विक्रांत का वजन भी इससे आधा कम है। Edited By Navin Rangiyal