ज्ञापन में कहा गया है कि अमेरिकी प्रशासन को धोखा देना और हक्कानी नेटवर्क, तालिबान, क्वेटा, शूरा एवं अलकायदा जैसे सैन्य संगठनों को खुश करने की आईएसआई की नीति है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका के पास आतंकवादियों को मारने के लिए पाकिस्तानी क्षेत्र के भीतर घुसकर एकतरफा सैन्य कार्रवाई करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
इसमें कहा गया कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में चल रही लड़ाई को तब तक जीता नहीं जा सकता, जब तक कि क्षेत्र में आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली पाकिस्तानी सेना से जुड़े मुख्य मसलों से निपट नहीं लिया जाता।
विदेशी सैन्य बिक्री पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सदन की विदेश मामलों की आतंकवाद, निरस्त्रीकरण एवं व्यापार संबंधी उपसमिति के सदस्यों को भी यहां गुरुवार को इस ज्ञापन पत्र की प्रति दी गई। इसमें कहा गया है कि विश्व मुहाजिर कांग्रेस ट्रंप प्रशासन एवं अमेरिकी कांग्रेस से अनुरोध करती है कि पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता बिक्री रोकी जाए। (भाषा)