शुरुआती मैच में महज 95 रन पर ढेर हुई दिल्ली डेयरडेविल्स मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे मैच में मजबूत राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ एकजुट होकर सभी विभागों में शानदार प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी।
महान स्पिनर शेन वॉर्न की अगुआई वाली राजस्थान ने अपने शुरुआती मैच में डेक्कन चार्जर्स को सात विकेट से हराकर अभियान की अच्छी शुरुआत की और इसमें कोई शक नहीं कि घरेलू मैदान सवाई मानसिंह स्टेडियम पर होने वाले इस मुकाबले के लिए खिलाड़ी आत्मविश्वास से ओतप्रोत होंगे।
आईपीएल के शुरुआती चरण के चैम्पियन राजस्थान में प्रबल दावेदारी के लिए शुरू से ही ‘स्टार पावर’ की चमक नहीं है, लेकिन वॉर्न के रूप में उनके पास चतुर रणनीतिकार मौजूद है जो टीम में शामिल सीमित प्रतिभा से शानदार प्रदर्शन निकलवाने का गुर रखते हैं।
इस बार राजस्थान की टीम में अनुभवी भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ भी मौजूद हैं जिन्हें भले ही चमकदार ट्वेंटी-20 खिलाड़ी नहीं माना जाता हो लेकिन उनकी उपस्थिति से टीम के बल्लेबाजी क्रम में स्थिरता मिलती है जो अचानक बल्लेबाजी क्रम के ध्वस्त होने के समय निहायती जरूरी है।
द्रविड़ का भारतीय टीम की कप्तानी का अनुभव भी वॉर्न के लिए काफी काम आएगा क्योंकि मुश्किल परिस्थितियों वह इस ऑस्ट्रेलियाई की मदद कर सकते हैं।
न्यूजीलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज रोस टेलर के रूप में उनके पास मैच का रूख बदलने वाला क्रिकेटर मौजूद है। न्यूजीलैंड के ही ऑलराउंडर जैकब ओरम एक ऐसे अन्य खिलाड़ी हैं, जो बल्ले और गेंद से मैच का रूख बदलने की क्षमता रखते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान बोथा की बल्लेबाजी में काफी दम है, जिससे उनकी टीम काफी मजबूत दिखती है बशर्ते वॉर्न घरेलू प्रतिभाओं का बेहतर इस्तेमाल किस तरह करते हैं। गेंदबाजी में वॉर्न खुद काफी मजबूत हैं जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर होने के बावजूद काफी अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं।
तेज गेंदबाजी आक्रमण हालाँकि इतना प्रभावशाली नहीं दिखता जिसमें सिद्धार्थ त्रिवेदी और अमित सिंह जैसे मध्यम गति के गेंदबाज मौजूद हैं। हालाँकि इन दोनों ने डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ पाँच विकेट हासिल किए थे। वहीं दिल्ली डेयरडेविल्स की बात की जाये तो उन्हें मुंबई इंडियंस से हुए शुरुआती मुकाबले में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
इस सत्र में गौतम गंभीर और पॉल कॉलिंगवुड की अनुपस्थिति में दिल्ली की बल्लेबाजी की जिम्मेदारी पूरी तरह से कप्तान वीरेंद्र सहवाग और आस्ट्रेलियाई डेविड वॉर्नर के कंधों पर है।
दोनों खिलाड़ी शुरुआती मैच में फ्लाप रहे और पूरी टीम केवल 95 रन पर सिमट गई। टीम की गेंदबाजी भी कमजोर दिखती है, जिसमें अनुभवी लेग स्पिनर डेनियल विटोरी और तेज गेंदबाज डर्क नानेस अनुपस्थित हैं।
इरफान पठान की गेंदबाजी भी शुरुआती मैच में खतरनाक नहीं दिखी थी, लेकिन आगामी मैचों में उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। फार्म में चल रहे दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल को भी अपनी प्रतिभा का नजारा पेश करना होगा।
खिलाड़ियों की तुलना की जाए तो राजस्थान इस मैच में प्रबल दावेदार दिख रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि सहवाग वॉर्न की रणनीति का तोड़ कैसे निकालते हैं। (भाषा)