चेन्नई की जीत में धोनी का धमाल

शुक्रवार, 13 मई 2011 (00:36 IST)
PTI
कप्तान महेंद्रसिंह धोनी और शानदार फॉर्म में चल रहे एस. बद्रीनाथ के अर्धशतकों की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स ने वीरेंद्र सहवाग के बिना खेल रही दिल्ली डेयरडेविल्स को 18 रन से हराकर सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर कर दिया।

चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 176 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम छह विकेट पर 158 रन ही बना सकी। इरफान पठान ने 34 गेंद में 44 और वेणुगोपाल राव ने 20 गेंद में 30 रन बनाए लेकिन टीम की हार को नहीं टाल सके। चेन्नई के लिए आर. अश्विन और ड्वेन ब्रावो ने दो-दो विकेट लिए।

चेन्नई के लिए धोनी ने 31 गेंद में पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से 63 रन बनाए। उन्होंने इरफान पठान को आखिरी दो गेंद पर दो छक्के लगाए।

दूसरी ओर बद्रीनाथ ने 43 गेंद में 55 रन बनाए जिसमें छह चौके और एक छक्का शामिल था। वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह लगभग पक्की कर चुके बद्रीनाथ ने अपने फार्म को बरकरार रखते हुए बेहतरीन पारी खेली। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 9.2 ओवर में 96 रन जोड़े।

आखिरी दो ओवर में 37 और आखिरी दस ओवर में 109 रन बने। डेयरडेविल्स के लिए अजीत आगरकर काफी महंगे साबित हुए जिन्होंने चार ओवर में 49 रन दिए। पठान ने चार ओवर में 40 रन लुटाए। इस जीत के बाद चेन्नई 12 मैच में 16 अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गया है। वहीं दिल्ली 12 मैच में आठ अंक लेकर आठवें स्थान पर खिसक गया है।

चेन्नई की पारी का आकर्षण रहे धोनी ने आते ही आगरकर को चौका लगाकर अपने तेवर जाहिर कर दिए थे। इसके बाद उन्होंने एंड्रयू मैकडोनाल्ड को छक्का लगाया। धोनी और बद्रीनाथ ने शॉट खेलने के लिए ढीली गेंदों का इंतजार किया। आगरकर के दूसरे स्पैल में धोनी ने उनकी जबर्दस्त धुनाई की। दूसरी ओर से बद्रीनाथ ने धोनी को ज्यादा से ज्यादा स्ट्राइक दी।

इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनने वाली चेन्नई की शुरुआत खराब रही। पठान ने खतरनाक माइक हसी (5) को पहले ही ओवर में आउट कर दिया। सुरेश रैना (14) ने मैकडोनाल्ड को चौके और छक्के के साथ शुरुआत की। वरूण आरोन की शॉर्टपिच गेंद पर हुक शॉट खेलने के प्रयास में वह हालांकि डीप फाइन लेग में पठान को कैच दे बैठे।

इस बीच मुरली विजय ने 33 गेंद में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 35 रन बनाए। विजय को 22 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब आरोन की गेंद पर दिल्ली के कप्तान जेम्स होप्स उनका कैच नहीं लपक सके।

अगले ओवर की पहली गेंद पर बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम उनका रिटर्न कैच नहीं लपक सके। उस समय विजय का स्कोर 23 रन था। वह इसमें 12 रन ही जोड़ सके। आगरकर की गेंद पर सीमा रेखा के पास वेणुगोपाल राव ने उनका कैच लपका।

दिल्ली की शुरुआत आक्रामक रही। नमन ओझा और डेविड वॉर्नर ने आक्रामक शॉट खेले लेकिन विकेटों का पतन शुरू होने से टीम दबाव में आ गई। ओझा ने 14 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 25 रन बनाए। वहीं वॉर्नर ने 25 गेंद में 21 रन बनाए।

ओझा को तीसरे ओवर में मोर्कल ने जकाती के हाथों लपकवाया। कोलिन इंगराम (7) अश्विन का शिकार हुए। वहीं वॉर्नर को ब्रावो ने पैवेलियन भेजा। इसके बाद पठान और राव ने तीसरे विकेट के लिए 43 रन की साझेदारी की, जो दिल्ली की सबसे बड़ी साझेदारी थी। इसे अश्विन ने राव को पैवेलियन भेजकर तोड़ा।

इसके बाद कोई बल्लेबाज पठान का साथ नहीं दे सका। पठान ने 34 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 44 रन बनाए। राव ने 20 गेंद में 30 रन की पारी खेली, जिसमें दो चौके और दो छक्के शामिल थे। (भाषा)

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