रहाणे आईपीएल में भी परफेक्ट तकनीक के धनी : वाडेकर

शनिवार, 25 अप्रैल 2015 (14:57 IST)
मुंबई। भारत के पूर्व कप्तान अजित वाडेकर का मानना है कि अजिंक्य रहाणे एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं  जिनकी तकनीक आईपीएल जैसी ताबड़तोड़ टी-20 लीग में भी लगभग परफेक्ट है।
वाडेकर ने शुक्रवार रात सचिन तेंदुलकर के 42वें जन्मदिन के मौके पर लीजैंड्स क्लब में दिए संबोधन में  रहाणे की तारीफ करते हुए कहा कि आईपीएल में तकनीकी रूप से सही बल्लेबाज देखने को नहीं मिलते  लेकिन मेरे जेहन में एक ही नाम आता है, अजिंक्य रहाणे।
 
उन्होंने कहा कि उसे पता है कि टी-20 क्रिकेट कैसे खेलना है। उसका डिफेंस बहुत अच्छा है और प्रतिभा  के साथ उसका मिजाज भी सकारात्मक है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उसका करियर बहुत लंबा होगा। 
 
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर माधव आप्टे ने कहा कि टी-20 प्रारूप के चलते पुरानी तकनीकों पर आधुनिक संदर्भों  में पुनर्विचार करना होगा।
 
उन्होंने कहा कि आधुनिक दौर में तकनीकी की पुनर्व्याख्या करनी होगी। बल्ला पीछे से आ रहा है या  सीधा, अब यह मायने नहीं रखता। विजय मर्चेंट, वीनू मांकड़ या विजय हजारे जैसी शास्त्रीय तकनीक अब  बेमानी हो गई है। 
 
वाडेकर ने कहा कि मैंने बैले डांस और दो ग्लास शैंपेन का मजा लिया। फिर मैंने देखा कि सभी जाने लगे  हैं और मेरे साथ एक बैले डांसर रह गई है। टीम का मैनेजर होने के नाते मुझे आचार संहिता का पालन  करना था, सो मैं अपने कमरे में चला गया।
 
क्रिकेट को लेकर तेंदुलकर की समझ के बारे में उन्होंने श्रीलंका में एक श्रृंखला के दौरान हुए वाकये का  हवाला दिया।
 
उन्होंने कहा कि हम श्रीलंका में खेल रहे थे और वह काफी सुझाव लेकर आता था। टीम बैठकों के बाद  वह मेरे कमरे में आता और हम खाना खाते ताकि उसे इसका पैसा ना चुकाना पड़े।
 
उन्होंने कहा कि सचिन ने सुझाव दिया था कि हमें सिर्फ मिडिल और लेग स्टम्प पर गेंद डालनी चाहिए।  मैंने उससे कहा कि मुझे करके दिखाओ तो उसने सारी 6 गेंदें मिडिल और लेग स्टम्प पर डालीं। अगले  दिन भी उसने ऐसा ही किया। वह सचिन तेंदुलकर है, दूसरों से बिलकुल अलग।
 
वाडेकर ने यह भी बताया कि कैसे तेंदुलकर वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज बने। उन्होंने कहा कि मैच  के दिन वार्मअप के बाद नवजोत सिंह सिद्धू मेरे पास आया और कहा कि उसके टखने में मोच आ गई है,  सो वह खेल नहीं खेल पाएगा। मुझे समझ नहीं आया कि किसे पारी की शुरुआत करने भेजूं?
 
मैंने अजहर और कपिल की ओर देखा। सचिन ने कहा कि क्या मैं पारी की शुरुआत करूं? अजहर और  कपिल ने भी हामी भरी और इसके साथ वह सलामी बल्लेबाज बन गया। (भाषा)

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