IPL-10: मुंबई इंडियंस सचिन को जन्मदिन पर 'जीत का तोहफा' नहीं दे सकी

मंगलवार, 25 अप्रैल 2017 (01:18 IST)
मुंबई। कप्तान रोहित शर्मा का अर्धशतक भी मुंबई इंडियंस की जीत की लय कायम रखने के लिए काम नहीं आ सका और टीम यहां अपने घरेलू मैदान पर इंडियन प्रीमियर लीग में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट से इस दसवें चरण के दूसरे मैच में 3 रन से पराजित हो गई। इस तरह मुंबई की टीम सचिन तेंदुलकर को उनके 44वें जन्मदिन पर जीत का तोहफा नहीं दे सकी।
 
मुंबई को अपने शुरुआती मुकाबले में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट से सात विकेट से हार मिली थी, लेकिन इसके बाद से उसने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए लगातार छह जीत दर्ज की लेकिन आज इस हार से उसकी जीत की लय टूट गई। मुंबई आठ मैचों में छह जीत से 12 अंक लेकर अब भी तालिका में शीर्ष पर बनी हुई है, वहीं पुणे सात मैचों में चार जीत से आठ अंक लेकर चौथे स्थान पर है।
मुंबई और पुणे मैच का लुत्फ लेते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी
मुंबई ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया, जिसके बाद राइजिंग पुणे सुपरजाइंट ने छह विकेट गंवाकर 160 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। उसके लिए राहुल त्रिपाठी ने 31 गेंद में 45, अजिंक्य रहाणे ने 38 और अंत में मनोज तिवारी ने 22 रन की उपयोगी पारी खेली। जवाब में मुंबई इंडियंस की टीम कप्तान रोहित शर्मा की 39 गेंद में 58 रन की पारी के बावजूद 20 ओवर में आठ विकेट पर 158 रन ही बना सकी। 
 
अंतिम दो ओवर में मुंबई को 24 रन की दरकार थी, टीम ने 19वें ओवर में सात रन जुटाए। अब छह गेंद में उसे जीत के लिए 17 रन चाहिए थे। जयदेव उनादकट (40 रन देकर दो विकेट) की पहली गेंद पर हार्दिक पंड्या (13) आउट हुए, दूसरी गेंद पर रोहित ने गगनदायी छक्का जड़ा, तीसरी गेंद में कोई रन नहीं, चौथी गेंद पर उनादकट ने रोहित का कैच लपककर उन्हें आउट किया, पांचवीं गेंद पर मिशेल मैकलेनगन रन आउट हुए, छठी गेंद पर हरभजन सिंह ने छक्का जड़ा।
 
इससे पहले पुणे की टीम ने छह विकेट पर 160 रन का स्कोर खड़ा किया। कृणाल पंड्या के चोटिल होने के कारण कर्ण को अंतिम एकादश में शामिल किया गया, जिन्होंने 39 रन देकर त्रिपाठी और रहाणे के अहम विकेट झटके। जसप्रीत बुमराह ने 29 रन देकर दो जबकि हरभजन और मिशेल जॉनसन को एक एक विकेट मिला।
 
सलामी बल्लेबाज रहाणे ने पहले ही ओवर की आखिरी गुडलेंथ गेंद को छक्के के लिए भेजकर अच्छी शुरुआत की। वह और त्रिपाठी सहजता से खेल रहे थे, इस दौरान टीम ने 6.2 ओवर में 50 रन पूरे किए। कर्ण ने टीम को पहली सफलता रहाणे का विकेट दिलाकर हासिल की। उन्होंने अपनी ही गेंद पर कैच लपकर रहाणे की 32 गेंद की पारी का अंत किया, जिसमें पांच चौके और एक छक्का जड़ा था।
 
इस तरह रहाणे और त्रिपाठी के बीच 9.3 ओवर में 76 रन की साझेदारी भी टूट गई। रहाणे के आउट होने के बाद त्रिपाठी ने हालांकि रन गति को कम नहीं होने दिया और दो गेंद बाद डीप मिडविकेट पर गगनचुंबी छक्का जड़ा। 
 
हरभजन (20 रन देकर एक विकेट) ने कसी गेंदबाजी की, जिससे उनके तीन ओवर में महज 16 रन ही जुड़े। त्रिपाठी इसके बाद ज्यादा देर नहीं टिक सके और कर्ण का ही शिकार बने, जिनकी गेंद पर पोलार्ड ने भागते हुए लांग ऑफ पर कैच लपका। त्रिपाठी ने तीन चौके और दो छक्के जमाए।
 
महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर उतरे, अगली ही गेंद पर हरभजन ने डीप स्क्वायर लेग पर पुणे के कप्तान स्टीव स्मिथ का कैच छोड़ दिया, हालांकि इस गेंदबाज ने इसकी भरपायी अगले और अपने अंतिम ओवर में स्मिथ :12 गेंद में 17 रन, दो चौके: को बोल्ड करके की और उन्होंने जोर से चिल्लाकर इस खुशी को भी जाहिर किया क्योंकि यह उनका टी20 क्रिकेट में 200वां विकेट भी था।
 
जानसन की 17वें ओवर की पहली गेंद बेन स्टोक्स (17) के लेग स्टंप उखाड़ गई। तिवारी ने आते ही दो गेंद पर दो चौके जड़ दिएलेकिन बुमराह ने अगले ओवर में धोनी को बोल्ड कर किया, जिससे पुणे का स्कोर पांच विकेट पर 138 रन हो गया।
तिवारी ने अंतिम ओवर में बुमराह की पहली दो गेंद पर चौके जमाए लेकिन वह एक गेंद बाद बोल्ड हो गए, जिससे उनकी 13 गेंद में चार चौके से 22 रन की उपयोगी पारी का अंत हुआ। (भाषा)

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