नई दिल्ली: आईपीएल-11 के प्लेऑफ में जगह पक्की करने के बाद महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपरकिंग्स अपने तीसरे खिताब की तरफ देख रही है लेकिन इससे पहले उसकी नज़रें तालिका में दूसरे से पहले पायदान पर पहुंचने की हैं जिसके लिये वह शुक्रवार को मेजबान दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ उतरेगी। चेन्नई ने पिछले मैच में शीर्ष पर चल रही सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से हराकर प्लेऑफ में जगह पक्की की थी।
दो बार की चैंपियन टीम 12 मैचों में 16 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर है और उम्मीद कर रही है कि शेष मैचों में जीत के साथ तालिका में हैदराबाद को अपदस्थ करते हुये शीर्ष पर पहुंच जाए।
माही की टीम अब सुरक्षित स्थिति और बेहतरीन लय में है, हालांकि उसके सामने शुक्रवार को दिल्ली की टीम होगी जो प्लेऑफ से बाहर हो चुकी है और उसके पास खोने के लिये कुछ नहीं है। अपने घरेलू कोटला मैदान पर दिल्ली घरेलू दर्शकों के सामने निश्चित ही जीत दर्ज करना चाहेगी। दिल्ली ने 12 मैचों में केवल तीन ही जीते हैं और वह छह अंकों के साथ आखिरी पायदान पर है।
दिल्ली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ अपना पिछला मैच घरेलू कोटला मैदान पर पांच विकेट से हारा था। टीम इस मैच में 181 रन के स्कोर का भी बचाव नहीं कर सकी थी। टीम का प्रदर्शन टूर्नामेंट में बहुत निराशाजनक रहा है लेकिन चेन्नई को उससे सावधान रहना होगा क्योंकि वह उसकी उम्मीदों पर पानी फेर सकती है।
वर्ष 2010 और 2011 में धोनी की कप्तानी में खिताब जीत चुकी चेन्नई टूर्नामेंट की सफल टीमों में है जो दो वर्ष के निलंबन के बावजूद मौजूदा संस्करण में पूरी ताकत के साथ लौटी है। टीम के स्टार ऑलराउंडर सुरेश रैना ने भी कहा है कि टीम का लक्ष्य खिताब जीतना है ताकि निलंबन से जुड़ी सभी कड़वीं यादों को भुलाकर खिलाड़ी आगे बड़ सकें।
चेन्नई ने राजस्थान से मैच हारने के बाद हैदराबाद जैसी मजबूत टीम को आठ विकेट से हराकर प्लेऑफ की आखिरी अड़चन को दूर किया था। दिल्ली के खिलाफ उसे निश्चित ही जीत का दावेदार माना जा रहा है जिसने अपने घरेलू मैदान पर पिछले दोनाें मैच हैदराबाद और फिर बेंगलुरू से हारे हैं और अब चेन्नई जैसी मजबूत टीम के खिलाफ करिश्मा कर कुछ सम्मान पाना चाहेगी।
चेन्नई की टीम ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण हर विभाग में प्रभावित किया है। टीम के कप्तान धोनी जबरदस्त लय में हैं और कमाल की बल्लेबाजी कर रहे हैं। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर ने पिछले 12 मैचों में 103.25 के औसत से 413 रन बनाये हैं जिसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा अंबाटी रायुडू दो अर्धशतक और एक शतक के साथ 535 रन बनाकर टीम के शीर्ष स्कोरर हैं जिन्होंने पिछले मैच में भी 79 रन की मैन ऑफ द मैच पारी खेली थी।
टीम के पास अच्छे बल्लेबाजों के अलावा शार्दुल ठाकुर(11 विकेट), ड्वेन ब्रावो,रवींद्र जडेजा, हरभजन सिंह जैसे अनुभवी गेंदबाज़ हैं जो दिल्ली के बल्लेबाज़ी क्रम को उधेड़ सकते हैं। दिल्ली ने हालांकि अपने मैदान पर बड़े स्कोर किये हैं लेकिन उसकी कमजोर गेंदबाज़ी से वह लक्ष्य का बचाव नहीं कर सकी है।
दिल्ली के बल्लेबाज़ रिषभ पंत, अभिषेक शर्मा ने पिछले मैच में 61 और 46 रन की पारियों से टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया था। पंत 12 मैचों में चार अर्धशतक और एक शतक लगाकर 582 रन बनाकर टीम के शीर्ष और अहम स्काेरर हैं लेकिन गेंदबाज़ों को बेहतर खेल दिखाना होगा। न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट 12 मैचों में 15 विकेट के साथ टीम के सबसे सफल गेंदबाज़ हैं लेकिन बाकी गेंदबाजों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।