पुणे। दिग्गजों के मुकाबले में रविवार को महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स जब शीर्ष पर काबिज सनराइजर्स हैदराबाद से खेलेगी तो उसकी नजरें जीत के साथ प्लेऑफ में जगह पक्की करने की होगी। चेन्नई को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए तीन में से एक मैच जीतना है, जबकि हैदराबाद प्लेऑफ में जगह बना चुकी है।
दो साल के प्रतिबंध के बाद आईपीएल में लौटी चेन्नई ने पहले छह में से पांच मैच जीते, लेकिन फिर गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस से हार गई। अब उसके 11 मैचों में 14 अंक हैं और उसे बाकी तीन में से सिर्फ एक मैच जीतने की जरूरत है। उसे कल राजस्थान रॉयल्स ने चार विकेट से हराकर प्लेऑफ के लिए उसका इंतजार लंबा कर दिया। यह पांच मैचों में चेन्नई की तीसरी हार थी।
मैच के बाद कैप्टन कूल धोनी भी आपा खोते दिखे जिन्होंने 176 रन का स्कोर नहीं बचा पाने के लिए गेंदबाजों को लताड़ा। उन्होंने कहा, गेंदबाजों को बखूबी पता था कि उन्हें कैसी गेंद डालनी है, लेकिन वे मैदान पर ऐसा कर नहीं सके। हमें फुल गेंदों पर भी चौके-छक्के लगे। गेंदबाजों ने हमें निराश किया। हरभजन सिंह ने भी दो ओवर में 29 रन दे डाले और फिर उनसे तीसरा ओवर नहीं डलवाया गया।
चेन्नई के बल्लेबाजों ने रन बनाए हैं और ऑस्ट्रेलिया के शेन वाटसन, अंबाती रायुडू, सुरेश रैना, कप्तान धोनी और वेस्टइंडीज के ड्वेन ब्रावो सभी अच्छी पारियां खेल चुके हैं। उन्हें हालांकि गेंदबाजों से सहयोग की जरूरत है। दूसरी ओर 11 मैचों में 18 अंक ले चुके सनराइजर्स की न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने बखूबी कमान संभाल रखी है। अब उनकी नजरें प्लेऑफ में शीर्ष टीम के रूप में जाने पर है।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (290 रन) ने दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ बड़ी पारी खेली, जबकि कप्तान विलियमसन (493 रन) पूरे टूर्नामेंट में शानदार फार्म में हैं। युसूफ पठान, मनीष पांडे और शाकिब अल हसन ने भी जिम्मेदारी निभाई है।
सनराइजर्स की ताकत उसकी गेंदबाजी रही है। भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की अगुवाई में उसके गेंदबाज शानदार फार्म में हैं। उन्होंने कम स्कोर भी बचाकर जीत दर्ज की है। भुवनेश्वर के अलावा सिद्धार्थ कौल, संदीप शर्मा, लेग स्पिनर राशिद खान (13 विकेट) और शाकिब (12 विकेट) ने उम्दा प्रदर्शन किया है। (भाषा)