मुंबई। सनराइजर्स टीम के कप्तान केन विलियमसन जब भी आईपीएल 2018 के फाइनल मैच के 13वें ओवर को याद करेंगे तो यही पश्चाताप करेंगे कि उन्होंने क्यों यह ओवर संदीप शर्मा के हाथों में सौंपा, जिन्होंने टीम की लुटिया ही डुबो डाली। यही 13वां ओवर मैच का 'टर्निंग पाइंट' साबित हुआ।
स्ट्राइक पर थे वॉटसन और उन्होंने पहली गेंद पर कोई रन नहीं लिया। अगली गेंद का स्वागत उन्होंने चौके से किया। तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर वॉटसन ने छक्कों की 'हैट्रिक' जमा डाली। संदीप समझ नहीं पा रहे थे कि वे वॉटसन के बल्ले पर कैसे अंकुश लगाए। अगली गेंद वे वाइड डाल बैठे। वॉटसन ने अंतिम गेंद पर फिर चौका जमा डाला।
इस तरह संदीप शर्मा ने 13वें ओवर में 27 रन लुटाए। चेन्नई का स्कोर 104 से सीधे 131 रन पर जा पहुंचा। यही ओवर पारी का सबसे महंगा ओवर साबित हुआ। इस ओवर में वॉटसन ने अपना निजी स्कोर 86 पर पहुंचा दिया जबकि दूसरे छोर पर रैना 31 रनों पर नाबाद थे। संदीप शर्मा ने अपने 4 ओवर के कोटे में 51 रन लुटाए और 1 विकेट हासिल किया।
वैसे फाइनल मैच में सनराइजर्स को अपने करिश्माई गेंदबाज राशिद खान से बहुत सारी उम्मीदें थी लेकिन 4 ओवर में 25 रन देने के बाद भी वे कोई विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए। सबसे किफायती भुवनेश्वर कुमार रहे, जिन्होंने 4 ओवर में 17 रन ही दिए।