आईपीएल के 11वें सीजन में अब तक कुल 48 मैच खेले जा चुके हैं। आईपीएल के इस सीजन में कई खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया तो कई ऐसे क्रिकेटर्स हैं, जिन्होंने फैंस और फ्रेंचाइजी की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए बहुत निराश किया है। फ्रेंचाइजी को लग रहा था की ये खिलाड़ी उनकी टीम की दिशा और दशा में बदलाव लाएंगे, इसलिए उन पर करोड़ों खर्च कर दिए लेकिन उनका प्रदर्शन अब तक भी बेहद निराशाजनक रहा है। आइए जानते हैं वे 5 खिलाड़ी जो इस सीजन में अब तक फ्लॉप रहे हैं-
जयदेव उनादकट (राजस्थान रॉयल्स): बाएं हाथ के गेंदबाज जयदेव उनादकट के पिछले के प्रदर्शन को देखते हुए राजस्थान ने उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी और 11.50 करोड़ रुपए में उन्हें खरीदा था। आईपीएल 2017 मे जयदेव उनादकट ने राइजिंग पुणे सुपरजेंट के लिए शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 मैचों में 24 विकेट लिए थे। जयदेव उनादकट के अब तक के प्रदर्शन को देखकर यही लगता है कि उन पर खर्च की गई राशि बेकार ही गई। अंतिम ओवर में शानदार गेंदबाजी के लिए फेमस उनादकट अभी तक ऐसा कोई भी जलवा नहीं दिखा पाए हैं। इस साल जयदेव ने 12 मैचों में मात्र 9 विकेट लिए है। जयदेव ने 9.55 रन प्रति ओवर की रेट से खराब गेंदबाजी की है और खूब महंगे साबित हुए हैं।
मनीष पांडे (सनराइजर्स हैदराबाद) : दाएं हाथ के बल्लेबाज मनीष पांडे से सनराइजर्स हैदराबाद को बहुत उम्मीद थी। पांडे को हैदराबाद ने 11 करोड़ खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया था। मनीष पांडे पिछले साल तक कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए शानदार प्रदर्शन करते रहे थे। आईपीएल 2017 में पांडे ने 14 मैचों में 128 की स्ट्राइक रेट से 396 रन बनाए थे। साल 2019 में भी मनीष पांडे ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर की तरफ से डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ नाबाद 114 रन बनाए थे और आईपीएल में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बने थे। इस साल मनीष पांडे टीम की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं अब तक उन का बल्ला खामोश ही रहा है। उन्होंने अब तक 12 मैचों में 111 की स्ट्राइक रेट से मात्र 183 रन बनाए है। इस 12 मैचों में उनके बल्ले से मात्र 2 छक्के ही निकले हैं।
कीरोन पोलार्ड (मुंबई इंडियंस): अपने लंबे-लंबे छक्कों के लिए पहचाने जाने वाले कीरोन पोलार्ड को मुंबई इंडियंस ने राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करके अपने पास रखा था। मुंबई को अपना यह फैसला काफी भारी पड़ रहा है। पोलार्ड पर मुंबई ने 5.40 करोड़ का दांव खेला था। पिछले साल पोलार्ड ने 17 मैचों में 139 की स्ट्राइक रेट से 385 रन बनाए थे। आईपीएल 2018 में अब तक जब भी मुंबई को उनकी जरूरत पड़ी तो उन्होंने निराश किया है। पोलार्ड इस बार पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं और इसका खामियाजा उन्हें टीम में अपना स्थान गंवाकर भरना पड़ रहा है। पोलार्ड ने 7 मैचों में 108 की स्ट्राइक रेट से मात्र 76 रन बनाए हैं।
युवराज सिंह (किंग्स इलेवन पंजाब): सिक्सर किंग के नाम से मशहूर युवराज सिंह टीम इंडिया से तो बाहर हैं ही, साथ ही अब आईपीएल में भी उनका बल्ला नहीं चल रहा है। युवराजसिंह को पंजाब ने उनके बेस प्राइज 2 करोड़ रुपए में खरीदा था। कभी टी-20 क्रिकेट में छ: छक्के लगाने वाले युवराजसिंह आईपीएल के इस सीजन में सात मैचों में मात्र दो छक्के लगा पाए हैं। अपने निराशाजनक प्रदर्शन के चलते पंजाब ने भी उन्हे प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। युवराज ने पिछले सीजन में 12 मैचों में जहां 252 रन बनाए थे, वहीं इस सीजन में 7 मैचों में 91 की स्ट्राइक रेट से मात्र 64 रन बनाए हैं।
रवींद्र जडेजा (चेन्नई सुपरकिंग्स): बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक रवींद्र जडेजा को चेन्नई सुपरकिंग्स ने रविचंद्रन अश्विन की जगह 7 करोड़ रुपए में रीटेन किया था। चेन्नई को उम्मीद थी कि वे रन बनाएंगे और विकेट लेंगे मगर जडेजा दोनों में ही फ्लॉप साबित हुए है। आईपीएल 2018 में अब तक जडेजा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। जडेजा ने आईपीएल के इस सीजन मे 12 मैचों में 115 की स्ट्राइक रेट से मात्र 59 रन बनाए हैं और बॉलिंग में भी कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं, वे सिर्फ 7 विकेट की ले पाए हैं।