रसेल ने केवल 13 गेंदों पर 1 चौके और 7 छक्कों की मदद से नाबाद 48 रन बनाए और बेंगलोर के 5 विकेट पर 205 रन के बड़े स्कोर को भी बौना बना दिया। इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा कि उन्हें लगा था कि ऑस्ट्रेलिया के मैदान बड़े होते है लेकिन वहां भी कई बार बल्ले से गेंद को दर्शकों के पास भेजकर उन्होंने खुद को आश्चर्यचकित किया। मुझे लगता है कि मेरे लिए कोई भी मैदान बड़ा नहीं है। मुझे अपनी शक्ति पर भरोसा है और मैं अपनी ताकत पर विश्वास करता हूं। मेरे बल्ले की गति भी काफी तेज है। मैं इस पर भरोसा करता हूं।
केकेआर को आखिरी 4 ओवरों में 66 रन चाहिए थे और तब रसेल ने जिम्मेदारी संभाली और 5 गेंद शेष रहते ही टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। रसेल ने कहा कि मुझे दूसरे खिलाड़ियों से अच्छा साथ मिलता है और मैं भी लय में हूं। ज्यादा विस्तार से बताने की जगह मैं मैदान में ऐसा करके दिखाना चाहूंगा। 4 मैचों में तीसरी जीत मिलने से खुश टीम के कप्तान दिनेश कार्तिक ने भी रसेल की तारीफ की।