हैदराबाद। गेंदबाजों और सलामी बल्लेबाजों की मजबूत साझेदारी के बलबूते गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने दिल्ली कैपिटल्स का पहली बार फाइनल में पहुंचने का सपना शुक्रवार को 6 विकेट की जीत से तोड़ते हुए रिकॉर्ड आठवीं बार आईपीएल के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया जहां 12 मई को उसका मुकाबला मुंबई इंडियंस से होगा।
सीएसके ने 8 बार फाइनल में पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया। तीन बार चैंपियन रह चुकी चेन्नई सुपर किंग्स टीम 8वीं बार फाइनल में पहुंची है। उसने इससे पहले 2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2015 और 2018 के फाइनल में जगह बनाई थी और 2010, 2011 और 2018 में खिताब अपने नाम किया।
1- बुमराह को ध्यान से खेलने की जरूरत
जसप्रीत बुमराह विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। उनके खिलाफ ज्यादा आक्रमक होकर विकेट गंवाना बेवकूफी है। धोनी अपने खिलाड़ियों को जरूर यह निर्देश देंगे कि बुमराह पर आक्रमक रुख न अपनाए। उनके ओवर से 3-4 रन भी आएंगे तो चलेगा, लेकिन विकेट नहीं मिलने चाहिए।
2- कीरन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या को रोकना
अंतिम ओवर्स में कीरन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या काफी घातक साबित हो जाते हैं। इन दोनों बल्लेबाजों को अगर न रोका गया तो स्कोर 180 पार हो जाता है। विकेट के पीछे धोनी को गेंदबाज को बीच बीच में यह हिदायत देनी पड़ेगी कि इन दोनों को कैसे रोका जाए।
3- तेज बल्लेबाजी की तरकीब
पिछले तीनों मुकाबलों में चेन्नई मुंबई के खिलाफ बड़ा स्कोर नहीं बना पायी है। धोनी चाहेंगे कि इस बार ऐसा न हो। इसके लिए उन्हें बल्लेबाजों को निर्देश देने होंगे कि किस गेंदबाज को उन्हें अटैक करना है। सुरेश रैना का की इस कारण काफी अहम भूमिका रहेगी क्योंकि वह बहुत तेजी से रन बनाते हैं।