हार्दिक ने मैच के बाद कहा, टीम की जीत में योगदान करना बेहद अच्छा लगता है। यह एक शानदार एहसास है। पिछले कुछ महीनों को याद करते हुए हार्दिक ने कहा, यह समय मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौर था। पिछले सात महीनों में मैंने कुछ ही मुकाबले खेले थे। मैंने इस दौरान बल्लेबाजी का खूब अभ्यास किया और मेरे खेल में सुधार भी हुआ।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष एशिया कप के दौरान हार्दिक को पीठ में चोट लग गई थी जिसके कारण उनका ऑस्ट्रेलिया में ट्वंटी-20 और टेस्ट सीरीज के लिए चयन नहीं हुआ था। हालांकि चौथे टेस्ट मुकाबले के लिए हार्दिक का चयन कर लिया गया था लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी और इस दौरान वह ड्रिंक्स लेकर मैदान में आते थे।