कोटला की धीमी पिच पर दिल्ली को 40 रनों से हराने के बाद रोहित ने कहा कि मैं और क्विंटन डीकॉक बात कर रहे थे कि इस पिच पर 140 रनों का स्कोर अच्छा रहेगा। हमने विकटों को बचाकर रखा और अंत में हमारे हरफनमौला खिलाड़ियों ने वही किया, जो वे पिछले मुकाबलों में करते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें मालूम था कि हमारे पास शानदार स्पिनर हैं, जो हमें मुकाबला जितवा सकते हैं। कुल मिलाकर सभी ने बेहतर प्रदर्शन किया और टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला मैंने पहले से ही सोच रखा था।
भारतीय टीम के उपकप्तान ने कहा कि भारत के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी मुकाबले में हमें रनों का पीछा करने में कठिनाई आई थी। पिछले कुछ मुकाबलों में यहां बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है लेकिन वह बेहद कम स्कोर था। हमने गेंदबाजी और बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन किया और हमें पता था कि अगर हम 140 या 150 रन बना लेते हैं तो गेंदबाज मुकाबले में हमारी पकड़ को मजबूत कर सकते हैं।
लेग स्पिनर राहुल चाहर की बेहतरीन गेंदबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि वे पिछले वर्ष भी टीम में मौजूद थे लेकिन मयंक मार्कंडेय के टीम में होने के चलते हम उन्हें अंतिम एकादश में नहीं खिला सके थे। राहुल बेहद चालाक गेंदबाज हैं और उन्होंने दिल्ली के खिलाफ मध्यक्रम में हमें विकेट दिलाए, जो मुकाबले में बेहद महत्वपूर्ण थे।