सोढ़ी ने कहा, हर किसी को अपनी भूमिका के बारे में स्पष्ट रहना चाहिए। खेल की गति कम करने की कला और मैं धोनी को देखकर सीख रहा हूं और इसके लिए मैं उनका कायल हूं। उन्हें पता है कि कब क्या करना है और वे अपने लक्ष्य में कामयाब रहते हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह से सारे मैच भले ही नहीं जीत सकें लेकिन इससे कड़ी चुनौती देने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा, इस तरह हर मैच भले ही नहीं जीते जा सकते लेकिन मुकाबले करीबी होंगे और लगातार अच्छे प्रदर्शन में मदद मिलेगी। तीनों प्रारूपों में 123 अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने के बावजूद सोढ़ी खुद को अनुभवहीन मानते हैं।
उन्होंने कहा, मैं 26 साल का हूं और काफी क्रिकेट खेला है लेकिन अभी भी अनुभव की कमी है। मैं अपने खेल में लगातार सुधार कर रहा हूं। मैं लंबे समय तक राजस्थान रॉयल्स और न्यूजीलैंड के लिए अच्छा खेलना चाहता हूं। मेरा लक्ष्य कल या परसों नहीं, बल्कि दीर्घकालीन है।