धोनी ने उमेश यादव के आखिरी ओवर की पहली पांच गेंदों पर 24 रन बनाए, लेकिन आखिरी गेंद पर चूक गए। वे एक रन लेने दौड़े और पार्थिव ने सीधे थ्रो पर शरदुल ठाकुर को रन आउट कर दिया। पटेल ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम चाहते थे कि धोनी ऑफसाइड पर मारे।
वे लेग साइड पर मारते तो दो रन थे और जिस तरह से वह विकेटों के बीच दौड़ता है, दो रन रोकने का सवाल ही नहीं था। उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि उमेश धीमी गेंद फेंके और आफ स्टम्प के बाहर हो। हैरानी की बात है कि वे चूक गए। मुझे नहीं लगा था कि वे चूकेंगे।
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु या मुंबई में आखिरी 5 ओवर में 70 रन बनाए जा सकते हैं। हम उसे ज्यादा से ज्यादा खाली गेंद डालना चाहते थे, क्योंकि सभी को पता है कि एमएस क्या कर सकते हैं। वे मैच को आखिरी तीन चार ओवर तक ले गए और जीत ही गए थे। सत्र में दूसरा अर्द्धशतक जमाने वाले पटेल ने कहा कि कोच गैरी कर्स्टन ने उन्हें सही गेंदबाज का चुनाव करके शॉट खेलने की सलाह दी जो कारगर साबित हुई।