इस बांग्लादेशी गेंदबाज को बोर्ड ने IPL 2022 खेलने से रोका, शामिल हो सकता था लखनऊ टीम में
सोमवार, 21 मार्च 2022 (18:04 IST)
ढाका: बांग्लादेश के तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद को आगामी आईपीएल 2022 सीजन में खेलने के लिए एनओसी नहीं मिलेगी। बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अधिकारियों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की।
उल्लेखनीय है कि बंगलादेश टीम फिलहाल दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर है।
इस बीच आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजायंट्स ने मार्क वुड के चोटिल होने के चलते आईपीएल 2022 से बाहर होने के बाद तस्कीन को टीम में शामिल करने के लिए बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) से संपर्क किया था, लेकिन बीसीबी ने तस्कीन को एनओसी देने से मना कर दिया है।
बीसीबी के क्रिकेट संचालन अध्यक्ष जलाल युनूस ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, “चूंकि हमारे पास दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा दौरे और भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला जैसी दो महत्वपूर्ण श्रृंखलाएं हैं, इसलिए हमें लगता है कि तस्कीन के लिए आईपीएल में हिस्सा लेना सही नहीं होगा। हमने तस्कीन से बात की है और उन्होंने पूरी स्थिति को समझा है। उन्होंने फ्रेंचाइजी को सूचित किया है कि वह आईपीएल नहीं खेल रहे हैं और पूरे दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए उपलब्ध रहेंगे और बाद में स्वदेश लौटेंगे।”
इस बीच बीसीबी अधिकारियों ने कहा कि वे दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा दौरे के दौरान स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन की उपलब्धता को लेकर उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं, यह देखते हुए कि उन्हें उनके पारिवारिक सदस्यों के बीमार होने के कारण तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के बीच स्वदेश लौटना पड़ सकता है।
समझा जाता है कि शाकिब की मां शिरीन रजा को हार्ट इंफेक्शन के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि उनकी दूसरी बेटी इजाह अल हसन को तीन दिन पहले निमोनिया के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका सबसे छोटा बेटा इरम हसन भी निमोनिया से पीड़ित है।
बीसीबी अधिकारियों ने कहा, “हम शाकिब के तीसरे वनडे में उपलब्ध होने की उम्मीद कर रहे हैं, जब तक कि उनके परिवार के सदस्यों की स्थिति बहुत गंभीर नहीं हो जाती। यह उनके लिए संकट की घड़ी है और उन्हें जब चाहे आने दिया जाएगा, क्योंकि परिवार पहले आता है। हम उनके लगातार संपर्क में हैं। अगर वह स्वदेश लौटते हैं तो उनके दो मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर होने की संभावना है। अगर स्थिति ऐसी होती है तो वह टेस्ट सीरीज से बाहर हो सकते हैं, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि वह संकट से गुजर रहे हैं और हमें उनका समर्थन करने की जरूरत है।”(वार्ता)