चेन्नई सुपर किंग्स का दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ करो या मरो का मुकाबला
रविवार, 8 मई 2022 (10:30 IST)
मुम्बई: चेन्नई सुपरकिंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच रविवार को डीवाई पाटिल स्टेडियम में शाम साढ़े सात बजे से होने वाले आईपीएल मुकाबले में दोनों टीमों का भाग्य दांव पर रहेगा। जीतने वाली टीम के लिए उम्मीदें बनी रहेंगी जबकि हारने वाली टीम के लिए आगे की राह मुश्किल हो जायेगी। चेन्नई ने मैच गंवाया तो वह टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगा जबकि दिल्ली को हारने की सूरत में अपने अगले तीनों मैच लगातार जीतने होंगे ।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो कुल 26 मैचों में चेन्नई ने 16 मैच जीते हैं और दिल्ली ने सिर्फ 10 जीते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी फिलहाल एकमात्र ताकत
चेन्नई की टीम के कुल प्रदर्शन में से कोई बड़ी ताकत निकाल पाना मुश्किल है। फिलहाल सिर्फ यह ही कहा जा सकता है कि टीम के पास अब जड़ेजा की जगह धोनी कप्तान है तो मैदान पर कुछ अहम निर्णय लेने के लिए उनके पास अनुभव ज्यादा होगा।
बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी में चेन्नई का बुरा हाल
दूसरी ओर चेन्नई को खिलाड़ियों की चोटों और खराब फॉर्म ने परेशान किया है। दीपक चाहर और एडम मिल्ने चोट के कारण पूरे सत्र से बाहर हैं जबकि रूतुराज गायकवाड़ और रविंद्र जडेजा खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। अंबाती रायुडू, धोनी, शिवम दुबे और मोईन अली ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया है । डेवोन कोंवे ने तीन मैचों में 144 रन बनाये हैं।गेंदबाजी में महीष तीक्षणा, मुकेश चौधरी और ड्वेन ब्रावो को विकेट मिले हैं लेकिन वे महंगे रहे हैं।
दिल्ली की गेंदबाजी हुई मजबूत
गेंदबाजी में स्पिनर कुलदीप यादव ने 18, तेज गेंदबाज खलील अहमद ने 14 और शारदुल ठाकुर ने दस विकेट लिये हैं लेकिन सभी महंगे साबित हुए हैं। कुलदीप हालांकि इस सत्र में बेहद कामयाब रहे और उनका खोया आत्मविश्वास भी लौट आया है । एनरिच नॉर्किया की वापसी से दिल्ली की गेंदबाजी और मजबूत हुई है।
वॉर्नर का जोड़ीदार ढूंढना दिल्ली की समस्या
दिल्ली के सामने समस्या वॉर्नर का सही जोड़ीदार नहीं मिल पाने की है। पृथ्वी नौ मैचों में 28 . 77 की औसत से 259 रन ही बना सके ।पिछले मैच में उनकी जगह मनदीप सिंह को मौका दिया गया जो तीन मैचों में 18 रन ही बना पाये हैं। वॉर्नर अभी तक आठ मैचों में 356 रन बना चुके हैं और सनराइजर्स के खिलाफ पिछले मैच में उन्होंने नाबाद 92 रन बनाये थे।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज़ डेविड वार्नर इस सीज़न में सर्वाधिक रन बनाने वाला चौथा बल्लेबाज़ है। उन्होंने आठ मैचों में 59.33 की औसत और 156.82 के स्ट्राइक रेट से 355 रन बनाए हैं। चेन्नई के ख़िलाफ़ उनका रिकॉर्ड और शानदार रहा है। उन्होंने इस टीम के ख़िलाफ़ पिछले आठ मैचों में छह 50+ के स्कोर के साथ 50.63 की औसत से 405 रन बनाए हैं।
अब तक 10 मैचों में 18 विकेट लेकर कुलदीप यादव इस सीज़न में दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। वह बीच के ओवरों में 17 विकेट लेने में सफल रहे हैं जो किसी भी गेंदबाज़ द्वारा सबसे अधिक है। बीच के ओवरों में वह चेन्नई के आउट ऑफ़ फ़ॉर्म मध्य क्रम को परेशान कर सकते हैं।
बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ख़लील अहमद ने इस सीज़न में सात मैचों में 14 विकेट लिए हैं। इस सीज़न कोई भी मैच ऐसा नहीं रहा है, जब उन्हें विकेट नहीं मिली है। उन्होंने पारी के पहले 15 ओवरों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 13.63 की औसत और 7.14 की इकॉनमी से 11 विकेट लिए हैं।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने हैदराबाद के खिलाफ खुद को पहले नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रखा था लेकिन बैंगलोर के खिलाफ वह नीचे ही उतरे थे। इस सत्र में वह पहले मैच में अर्धशतक लगा चुके हैं इसके बाद से उनका बल्ला सूना है। हालांकि वह मुंबई के खिलाफ टीम को मैच जिता चुके हैं। उन पर भी काफी निगाहें रहेंगी।
दक्षिण अफ़्रीका में जन्मे कीवी खिलाड़ी डेवोन कॉन्वे ने पिछले दो मैचों में 85*(55) और 56(37) का स्कोर बनाया है। टी20 मैचों में 2021 के बाद से उन्होंने 40 पारियों में 51.67 की औसत और 132.28 के स्ट्राइक रेट से 1447 रन बनाए हैं। इस अवधि में स्पिनरों के ख़िलाफ़ उनकी औसत 75.87 की रही है।
श्रीलंका के इस मिस्ट्री स्पिनर महीश थीक्षना ने इस सीज़न में 7.42 की इकॉनमी से सात मैचों में 11 विकेट लिए हैं। पावरप्ले में उनके नाम पांच विकेट है, जो इस सीज़न में किसी स्पिनर के लिए सबसे अधिक है। इसके अलावा उनके नाम डेथ ओवरों में भी चार विकेट है, जो चहल के बाद किसी स्पिनर के लिए दूसरा सर्वाधिक है।