दिल्ली और राजस्थान में हो सकता है कांटे का मुकाबला, बराबरी पर है हेड टू हेड रिकॉर्ड
शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022 (00:00 IST)
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स शाम 7-30 बजे आमने सामने होंगी। दोनों ही टीमों की बात करें तो राजस्थान अंक तालिका में दसूरे तो दिल्ली सातवें पायदान पर है।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
इन दोनों टीमों के हेड टू हेड रिकॉर्ड को देखें तो एक बेहद दिलचस्प आंकड़ा सामने आता है। दोनों ने अब तक 24 मैच खेले हैं जिसमें से दोनों ही टीम 12-12 मैच जीत चुकी है। इसका मतलब है कि पुराने रिकॉर्ड के मुताबिक दोनों ही टीमों में कांटे की टक्कर संभव है।
राजस्थान के पास हैं औरेंज और पर्पल कैप होल्डर
राजस्थान ने कितना बेहतरीन खेल दिखाया है इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि औरेंज और पर्पल कैप दोनों ही राजस्थान के पास है।
जॉस बटलर ने तो अपना दूसरा शतक आईपीएल 2022 में लगा दिया। ऐसे टूूर्नामेंट में जहां बल्लेबाज अपने फॉर्म के लिए जूझ रहे हो आईपीएल के पहले 30 मैचों में 2 शतक लगाना एक खास बात है। अपने 6 मैचों की 6 पारियों में जॉस बटलर 75 की शानदार औसत और 156 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 375 रन बनाए हैं।
वहीं पर्पल कैप की बात करें तो यह कमाल की हैट्रिक ले चुके युजवेंद्र चहल के पास है। युजवेंद्र चहल अब तक इस सत्र में वह 6 मैचों में 24 ओवर डालकर 176 रन देकर 17 विकेट ले चुके हैं। कोलकाता के खिलाफ किया गया उनका प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है जिसमें उन्होंने 40 रन देकर 5 विकेट लिए थे।
दिल्ली के गेंदबाजों ने की है दमदार वापसी
दिल्ली की टीम बुझी बुझी सी लग रही थी लेकिन बुधवार को टीम ने पंजाब किंग्स के खिलाफ रनों का पीछा करते हुए आईपीएल की अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। यह तब हुआ जब दिल्ली के 2 खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और टीम में खौफ का माहौल था। लेकिन इस कोरोना के माहौल में भी टीम के बल्लेबाजों ने हिम्मत नहीं हारी और 10.3 ओवर में ही 115 रन बना डाले।
पंजाब को समेटने में सिर्फ एक गेंदबाज का कमाल नहीं रहा। सिर्फ शार्दुल ठाकुर को छोड़कर सभी ने विकेट चटकाए। ललित यादव, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए वहीं मुस्तफिजुर रहमान ने भी 2 विकेट लिए। यह कहा जा सकता है कि दिल्ली पिछली गलतियों से भूलते हुए गेंदबाजी सुधार चुकी है।
मध्यक्रम है दिक्कत राजस्थान के लिए
अगर शिमरन हिटमायर को छोड़ दिया जाए तो कोई भी बल्लेबाज 4 या 4 से नीचे तेज बल्लेबाजी नहीं कर पा रहा है। इसके अलावा पहले दो मैच को छोड़ दे तो उनका साथ देने वाला उनको कोई बल्लेबाज नहीं मिला है।
दिल्ली के फिनिशर्स पर शंका बरकरार
लगभग दिल्ली की भी यह ही समस्या रही है। कल हो सकता था इस समस्या का समाधान मिल जात लेकिन मैच सलामी बल्लेबाजों ने ही खत्म कर दिया। पहले मैच को छोड़ दे तो निचले क्रम पर बल्लेबाजों ने मैच खत्म नहीं किया है। ऋषभ पंत ने भी बड़ी पारियां नहीं खेली है। अक्षर पटेल और ललित यादव के लिए भी यही कहा जा सकता है। दिल्ली वह ऑलराउंडर तलाश रही है जो मैच खत्म कर लौटे क्योंकि हर मैच बुधवार जैसा नहीं होने वाला।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत के लिए बल्ले से यह सत्र काफी फीका गया है। वह 6 मैच में 36 की औसत से 144 रन बना चुके हैं। हालांकि यह बहुत बुरा नहीं कहा जा सकता लेकिन टीम को उनसे 1 अर्धशतक की उम्मीद है जो अभी तक नहीं आया है। दिल्ली की टीम और फैंस उम्मीद करेंगे कि पंत इस उम्मीद पर खरे उतरें।
शार्दुल ठाकुर के लिए यह सत्र किसी बुरे सपने जैसा जा रहा है। बुधवार को जब सभी दिल्ली के गेंदबाजों के खाते में विकेट थे अकेले वह ही थे जिनको कोई विकेट नहीं मिला था। वह लगातार महंगे साबित हो रहे है वह अलग समस्या है। वह 6 मैचों में 122 गेंदो में 195 रन दे चुके हैं और खाते में सिर्फ 4 विकेट हैं। कल का मैच उनके लिए अंतिम मौका हो सकता है।
सरफराज खान पिछले मैच में तब आए जब दिल्ली लगभग जीत ही चुकी थी। हालांकि पिछले 3 मैचों में वह कुल 50 रन भी नहीं बना पाए हैं। उनके पास भी अपने आपको साबित करने का कम मौका बचा हुआ है।
राजस्थान की ओर से अपना आईपीएल डेब्यू करने वाले रासी वेन डेर डुसें पर भी काफी दबाव रहेगा। मध्यक्रम को मजबूत करने में वह विफल रहे हैं और सिर्फ 2 मैचों में 10 रन बना पाए हैं। वह एक विदेशी खिलाड़ी भी है और ऐसे में विफल होकर वह एक जगह घेर रहे हैं। उम्मीद है कि वह कल फॉर्म में वापसी करेंगे।
एक और बड़ा विदेशी नाम जो अब तक अपनी छवि के मुताबिक राजस्थान टीम के लिए प्रदर्शन नहीं कर पाया है। वह है न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रैंट बोल्ट। बोल्ट ने अब तक 5 मैचों में 120 गेंदो पर 164 रन दिए हैं। उन्होंने 7 विकेट लिए है।हालांकि यह टी-20 के लिहाज से बहुत बुरा प्रदर्शन तो नहीं है लेकिन बोल्ट को पता है उन्हें सुधार की जरुरत है। पिछले मैच में भी उन्होंने 4 ओवर में 12 की इकॉनोमी से 48 रन दिए थे।
रियान पराग तो जैसे मान चुके हैं कि वह अंतिम ग्यारह में खेलेंगे ही। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से लगातार फ्लॉप हो रहे रियान पराग को राजस्थान लगभग हर मैच में मौका दे भी रहा है।6 मैचों में वह 48 रन बना पाए हैं और 18 गेंदो में 37 रन देकर 1 विकेट ले पाए हैं।