दोनों ही कप्तानों को ड्रॉप कर बनाइए चेन्नई और मुंबई के मैच की ड्रीम टीम
गुरुवार, 21 अप्रैल 2022 (13:44 IST)
लगातार छह हार के बाद बाहर होने की कगार पर पहुंची मुंबई इंडियन्स की टीम गुरुवार को यहां चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जीत दर्ज करके इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी उम्मीदें बरकरार रखने की कोशिश करेगी।
पांच बार की चैम्पियन मुंबई की टीम ने इस सत्र में एक भी मैच नहीं जीता है और गुरुवार को हारने पर वह टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी।
मौजूदा चैंपियन चेन्नई की स्थिति भी अच्छी नहीं है और वह अंकतालिका में सबसे निचले स्थान पर स्थित मुंबई से केवल एक पायदान ऊपर है। उसकी टीम को भी छह मैचों में से पांच में हार का सामना करना पड़ा है और गुरुवार को हार से वह बाहर होने के कगार पर पहुंच जाएगी।
मुंबई के लिए सबसे बड़ी चिंता कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म है, जिन्होंने छह मैचों में केवल 114 रन बनाए हैं। मुंबई को अगर लक्ष्य का पीछा करना है या पहले खेलते हुए बड़ा स्कोर बनाना है तो रोहित को बड़ी पारी खेलनी होगी।
युवा बल्लेबाज ईशान किशन भी अपनी 15.25 करोड़ रुपये की मोटी कीमत को सही साबित नहीं कर पाये हैं। उन्होंने छह मैचों में दो अर्धशतकों की मदद से 191 से अधिक रन बनाये हैं।डेवाल्ड ब्रेविस, तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव ने कुछ अच्छी पारियां खेली हैं लेकिन उन्हें मिलकर मध्य क्रम में जिम्मेदारी लेने की जरूरत है।
ऑलराउंडर कीरोन पोलार्ड ने भी अब तक निराश किया है जिनकी मैच विजेता की छवि धूमिल पड़ती जा रही है। वह अब तक हर मैच में नाकाम रहे हैं और उन्होंने सिर्फ 82 रन बनाये हैं। मुंबई के पास कागजों पर अच्छी बल्लेबाजी तो है जो चेन्नई के अपेक्षाकृत कम अनुभवी आक्रमण पर हावी हो सकता है।
मुंबई के लिये बल्लेबाजी से अधिक गेंदबाजी चिंता का विषय है। जसप्रीत बुमराह को छोड़कर उसके अन्य गेंदबाजों ने अब तक लचर प्रदर्शन किया है। टाइमल मिल्स, जयदेव उनादकट, बासिल थम्पी या मुख्य स्पिनर मुरुगन अश्विन को अब अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
मिल्स ने अपने आखिरी मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ तीन ओवर में 54 रन लुटाए, जबकि उनादकट और अश्विन ने क्रमशः 32 और 33 रन दिये। मुंबई ने फैबियन एलन को आजमाया लेकिन वह भी चार ओवर में 46 रन लुटा गये।
चेन्नई के लिये रुतुराज गायकवाड़ की फॉर्म में वापसी सकारात्मक संकेत है। उन्होंने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ पिछले मैच में 48 गेंदों में 73 रन बनाये थे।
रॉबिन उथप्पा और शिवम दुबे ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ अपनी आक्रामक बल्लेबाजी का शानदार नमूना पेश किया था लेकिन गुजरात के खिलाफ वे नहीं चल पाये थे। दुबे को मध्यक्रम में अंबाती रायुडु और मोईन अली के साथ मिलकर अधिक जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है।
कप्तान रविंद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी फिनिशर की निभा सकते हैं। जडेजा वास्तव में गेंदबाजी में खतरनाक नहीं दिख रहे हैं और अगर उनकी टीम को मुंबई के बल्लेबाजों को रोकना है तो उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है।
ड्वेन ब्रावो और स्पिनर महेश तीक्ष्णा को छोड़कर चेन्नई के गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मुकेश चौधरी रन लुटा रहे हैं जबकि क्रिस जॉर्डन ने भी गुजरात के खिलाफ 58 रन लुटाये थे।
दीपक चाहर के बाहर होने और एडम मिल्ने के अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हो पाने के कारण चेन्नई का दारोमदार इन्हीं गेंदबाजों पर टिका है।आइए जानते हैं कि किस खिलाड़ी को लेने से आपको होगा भरपूर फायदा।
विकेटकीपर- अगर विकेटकीपर की बात करें तो सिर्फ एक ही खिलाड़ी लेने काबिल दिखता है वह है - ईशान किशन। हालांकि किशन भी कई मैचों से कुछ खास नहीं कर पाए हैं। लेकिन फिर भी वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे। वहीं महेंद्र सिंह धोनी तो पिछले मैच में बल्लेबाजी करने ही नहीं उतरे थे। अगर वह बल्लेबाजी करेंगे भी तो मुश्किल से उनको अधिकतम 10-15 गेंदें मिलेगी।
बल्लेबाज- चेन्नई के रॉबिन उथप्पा ने बहुत उम्दा प्रदर्शन किया है। इस कारण उन्हें टीम में रखिए। मुंबई से सूर्यकुमार यादव हर मैच में उदय हुए हैं। इसके साथ ही ऋतुराज गायकवाड़ फॉर्म में आ चुके हैं तो अब उनको टीम में जगह दी जा सकती है।
ऑलराउंडर- इस वर्ग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खासे बड़े नाम है। इनमें से एक है शिवम दुबे जो बैंगलोर के खिलाफ शतक चूक गए थे। इसके अलावा मोइन अली को भी शामिल किया जा सकता है। वहीं मुंबई से डेवाल्ड ब्रेविस और संन्यास ले चुके कीरन पोलार्ड को भी ले सकतेे हैं।
गेंदबाज- यह दोनों ही टीमों की कमजोर कड़ी रही है। इस कारण चुनाव में सतर्कता बरतनी होगी। मुंबई से जसप्रीत बुमराह को लिया जा सकता है। चेन्नई से महेश तीक्ष्णा को शामिल किया जा सकता है। तीसरे गेंदबाज के तौर पर मुरुगन अश्विन को लिया जा सकता है।