क्या सच में इस बार कम हुई है IPL 2022 की लोकप्रियता? TRP और Viewership हुई कम
सोमवार, 11 अप्रैल 2022 (16:18 IST)
आईपीएल को शुरु हुए करीब 2 हफ्ते हो गए हैं। मेगा नीलामी, 74 मैच, 58 दिन और 10 टीमों वाले इस टूर्नामेंट को अब तक के सबसे बेहतर सत्र की टीआरपी मिलेगी यह संभावना जताई जा रही थी। हालांकि दो हफ्ते बाद जो जानकारी सामने आ रही है वह संभावना से बिल्कुल उलट है।
बहुत से ट्विटर हैंडल और आईसलैंड क्रिकेट ने कुछ तथ्यों को ट्वीट करके यह दावा किया है कि इस बार पहले हफ्ते में आईपीएल की टीआरपी (टेलिविजन रेटिंग प्वॉइंट्स) पिछले सत्र के पहले हफ्ते से 33 प्रतिशत कम है।
यह बीसीसीआई के लिए एक झटके के तौर पर है क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि अब दर्शकों में ज्यादा दिलचस्पी आएगी और इसी के चलते महिला आईपीएल का आयोजन भी अगले साल होना था।
अगर बार्क इंडिया की जानकारी की माने तो पहले 8 मैचों में टीवीआर स्कोर 2.52 का रहा है जबिक पिछले साल यह स्कोर 3.75 था। कोरोनाकाल के पहले आईपीएल सत्र 2020 में यह आंकड़ा 3.85 का था। इसके अलावा ताजा जानकारी के मुताबिक 14 प्रतिशत व्यूअरशिप भी घट गई है।
मुंबई और चेन्नई का फेल होना साबित हो सकता है बड़ा कारण
कुल 9 ट्रॉफियां जीतने वाली दो टीमें चेन्नई और मुंबई इस सत्र में लगातार चौथा मैच हार गई हैं। दोनों टीमें ऐसी लग ही नहीं रही है जैसी पहले लगती थी। हालांकि मुंबई और चेन्नई के लिए रास्ता खत्म नहीं हुआ है लेकिन यहां से वापसी करना बहुत मुश्किल होगा।
ऐसा नहीं है कि इससे पहले मुंबई और चेन्नई ने इन स्थितियों से वापसी नहीं की है। लेकिन तब टीम अलग थी। अब दोनों ही टीम का संयोजन बिगड़ा हुआ सा लग रहा है।
रीटेन किए गए खिलाड़ी नहीं खेल रहे लय में
आईपीएल 2022 के पहले मैच को छोड़ दिया जाए तो फ्रैंचाइजी द्वार रीटेन किए गए खिलाड़ी इस बार लय में नहीं दिख रहे हैं। चाहे वह चेन्नई के महेंद्र सिंह धोनी और ऋतुराज गायकवाड़ हो या फिर कोलकाता के वैंकटेश अय्यर और सुनील नारायण। पंजाब के कप्तान मंयक अग्रवाल हों या फिर अर्शदीप सिंह। मुंबई इंडियन्स के रोहित शर्मा हो या फिर कीरन पोलार्ड। राजस्थान के संजू सैमसन हो या फिर यशस्वी जायसवाल। हैदराबाद के केन विलियमसन हो या फिर उमरान मलिक सभी का लचर प्रदर्शन जारी है। बैंगलोर के पूर्व कप्तान विराट कोहली भी अब तक पहला पचास नहीं बना पाए हैं।
लंबा फॉर्मट , हर मैच में लगभग एक जैसी कहानी
आईपीएल मैचों की संख्या 74 तक कर दी गई है। ऐसे में फैंस को अपनी टीम के मैचों का इंतजार करना पड़ रहा है। जिससे टूर्नामेंट में दिलचस्पी खत्म हो रही है। इसके अलावा टॉस जीतने के बाद हर कप्तान फील्डिंग कर रहा है। समीकरण टॉस जीतो मैच जीतो जैसे बन गए हैं। सिर्फ 3 बार ही ऐसा हुआ है जब टॉस हारने वाली टीम मैच जीती हो। इसमें से ऐसा 2 बार राजस्थान ने किया है।
OTT पल्टेफॉर्म पर चले गए टीवी के दर्शक
टीवी के दर्शक जो कुछ समय टीवी पर ही यानि कि स्टार स्पोर्ट्स 1 और 3 पर आईपीएल देखना पसंद करते थे अब वह ओटीटी प्लेटफॉर्म यानि की हॉटस्टार एप पर चले गए हैं। हॉटस्टार के दाएं कोने में दर्शकों की संख्या अभी भी मैच के मुताबिक 40 से 60 लाख तक के बीच में रहती है।
यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में जब टूर्नामेंट में प्लेऑफ में पहुंचने की दौड़ तेज होती तब टीवीआर स्कोर या टीआरपी बढ़ती है या नहीं। अगर तब भी ऐसे ही हालात रहे तो यह कहा जा सकता है कि क्रिकेट को उपभोग कर करके उपभोक्ता ऊबाउ हो गए हैं। (वेबदुनिया डेस्क)