मैच प्रिव्यू: दो नए कप्तानों से होगा IPL 2022 का आगाज, यह है CSK और KKR की ताकत और कमजोरियां
शुक्रवार, 25 मार्च 2022 (18:52 IST)
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपरकिंग्स नए कप्तान रवींद्र जडेजा की अगुवाई में शनिवार को आईपीएल 15 के उद्घाटन मुकाबले में कोलकाता नाईट राइडर्स से भिड़ेगी और उसका लक्ष्य जीत के साथ यह साबित करना होगा कि इस बार भी वह उतनी ही ताकतवर है। शाम को 7:00 बजे शुरु हो रहे इस मुकाबले में कोलकाता भी नए कप्तान श्रेयस अय्यर की अगुवाई में इस मुकाबले में उतर रहा है।
आमने सामने में भारी रहा है चेन्नई
आईपीएल 2021 के फाइनल की तरह ही ज्यादातर मौकों पर कोलकाता से जब भी चेन्नई की टीम भिड़ी है तो बीस साबित हुई है। कुल खेले गए 26 मैचों में 17 मैच चेन्नई ने जीते हैं और सिर्फ 8 मैच कोलकाता के पक्ष में गए हैं। कोलकाता के खिलाफ चेन्नई का जीत प्रतिशत 65 है।
आईपीएल शुरू होने से दो दिन पहले यानी गुरूवार को धोनी ने चेन्नई की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और जडेजा को सीएसके का नया कप्तान बना दिया गया। धोनी हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलना जारी रखेंगे। जडेजा ने कप्तान बनाने के बाद कहा है कि उनके कन्धों पर धोनी की विरासत को जारी रखने की भारी जिम्मेदारी है और वह इसे कायम रखना चाहेंगे।
कोलकाता की टीम भी नए कप्तान के नेतृत्व में उतरेगी लेकिन क्या नए कप्तान श्रेयस अय्यर के नेतृत्व में क्या कोलकाता कर पाएगी कोरबो, लोड़बो, जीतबो? एक ख़राब शुरुआत के बावजूद कोलकाता नाइट राइडर्स पिछले सीज़न की उपविजेता साबित हुई। जब कोरोना महामारी के कारण पिछले सीज़न को स्थगित किया गया था, सात मैचों में केवल दो जीत के साथ केकेआर अंक तालिका में सातवें स्थान पर थी। जब लीग चरण समाप्त हुआ, तब वह दूसरे स्थान पर जा पहुंची थी।
चेन्नई सुपर किंग्स की बल्लेबाजी में दिखती है गहराई -
चेन्नई की बल्लेबाज़ी में काफ़ी गहराई नज़र आ रही है। न्यूज़ीलैंड के एडम मिल्ने के खाते में चार प्रथम श्रेणी अर्धशतक और एक लिस्ट ए अर्धशतक भी है। पिछले सीज़न की तरह टीम में अब फाफ़ डुप्लेसी भी नहीं हैं लेकिन उनकी कमी चेन्नई को शायद नहीं खले क्योंकि टीम के पास ऋतुराज गायकवाड़ है जिनको टीम ने रीटेन किया था। गायकवाड़ ने साल 2021 के आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाए थे।
अगर दीपक की जगह चेन्नई की टीम किसी विदेशी खिलाड़ी को लेकर आना चाहती है तो रॉबिन उथप्पा को टीम में एक सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर शामिल किया जा सकता है। पिछले सीज़न उन्होंने कुछ शानदार पारियों के साथ चेन्नई की टीम को जीत दिलाने का काम किया था। वहीं मोइन अगर पहले मैच में टीम में नहीं रहते हैं तो डेवोन कॉन्वे को टीम में शामिल किया जा सकता है। कॉन्वे को लेकर चेन्नई के मुख्य कोच स्टीवन फ्लेमिंग काफ़ी आश्वस्त है और उन्होंने कॉन्वे की काफ़ी तारीफ़ भी की है। मुंबई के ऑलराउंडर शिवम दुबे भी मध्य क्रम को मज़बूती प्रदान कर सकते हैं।
सीएसके अमूमन अपनी बल्लेबाज़ी के साथ छेड़छाड़ करने में विश्वास नहीं रखती है, लेकिन सीएसके के पास तमिलनाडु के एन जगदीशन और हरि निशांत भी मौजूद हैं, जो कि पिछले काफ़ी समय से सीएसके का हिस्सा हैं। वहीं सीएसके ओडिशा के कप्तान सुभ्रांशु सेनापति के राजकोट की लाल मिट्टी पर खेलने के अनुभव का भी फ़ायदा उठा सकती है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के पास हैं दो इन फॉर्म अय्यर
वेंकटेश अय्यर और कप्तान श्रेयस अय्यर के रूप में केकेआर के पास दो ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो अच्छी लय से गुज़र रहे हैं। पिछले सीज़न के दूसरे चरण में वेंकटेश ने 370 रन बनाए थे। इसके बाद सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में उन्होंने 140 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय टीम में जगह बनाई। भले ही वह भारत के लिए फ़िनिशर की भूमिका निभाते हैं, उनके पास पावरप्ले और डेथ ओवरों में बड़े शॉट लगाने की क्षमता है।
वहीं श्रेयस जिस चीज़ को छू रहे हैं वह सोना बनती जा रही है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन टी20 मैचों में तीन नाबाद अर्धशतक बनाकर प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ बनने वाले श्रेयस को साढ़े 12 करोड़ रुपयों में ख़रीदकर केकेआर ने अपना नया कप्तान बनाया है। श्रेयस तीसरे अथवा चौथे स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं।
नारायण, वरुण चक्रवर्ती और रमेश कुमार की मिस्ट्री स्पिन और उमेश यादव और साउदी के रूप में उनके पास एक मज़बूत गेंदबाज़ी क्रम है। साथ ही आंद्रे रसेल , मोहम्मद नबी और वेंकटेश भी अच्छी गेंदबाज़ी करते हैं।
पावरप्ले में नारायण और चक्रवर्ती की इकॉनमी साढ़े 6 से कम ही है और वह गेंद को दोनों तरफ़ स्पिन करवाते हैं।
हालांकि बाएं हाथ के गेंदबाज़ों पर नज़र करें तो केकेआर के पास केवल रमेश ही हैं जिन्हें बाएं हाथ के नारायण कहा जाता है। कलाई से गेंद को स्पिन करवाने वाले रमेश भी गेंद को दोनों तरफ़ घुमा सकते हैं लेकिन उन्होंने टेनिस बॉल के अलावा अभी तक किसी भी स्तर पर क्रिकेट नहीं खेला है। केकेआर उन्हें सफलता की चाबी थमा सकती है।
दोनों टीमों की कमजोरियां
चेन्नई सुपर किंग्स के पास नहीं है कलाई का स्पिनर
टीम में एक अग्रणी रिस्ट स्पिनर की कमी भी सीएसके के लिए चिंता का सबब है। अब तक सीएसके के लिए नेट्स में गेंदबाज़ी करने वाले प्रशांत सोलंकी ही सीएसके के पास बतौर रिस्ट स्पिनर मौजूद हैं। हालांकि आईपीएल का पिछला खिताब अपने नाम करने वाली सीएसके लेग स्पिनर कर्ण शर्मा के बगैर ही खेली थी। जबकि इमरान ताहिर को सीएसके ने सिर्फ़ एक ही मुक़ाबले में खेलने का मौक़ा दिया था।
इसके अलावा चाहर के चोटिल होने से सीएसके के गेंदबाज़ी आक्रमण को झटका ज़रूर लगा है, लेकिन सीएसके के पास लोकल और ओवरसीज़ गेंदबाज़ों के तौर पर कई विकल्प मौजूद हैं। स्वदेशी गेंदबाज़ों में सीएसके के पास तुषार देशपांडे और मुकेश चौधरी मौजूद हैं, जबकि बतौर विदेशी गेंदबाज़ सीएसके के पास क्रिस जॉर्डन और प्रिटोरियस उपलब्ध हैं। हालांकि सीएसके के लिए चिंता का सबब यह है कि इन गेंदबाज़ों में से एक भी गेंदबाज़ पावरप्ले का स्पेशियलिस्ट नहीं है। दीपक चाहर के रिप्लेसमेंट के तौर पर श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर महीश थीकशाना भी एक बेहतर विकल्प हैं, जो कि पावरप्ले में सीएसके के लिए गेंदबाज़ी कर सकते हैं।
मध्यक्रम हो सकता है कोलकाता की कमजोर कड़ी
पिछली बार कोलकाता के कप्तान इयॉन मॉर्गन से टीम कन्नी काट चुकी है। बावजूद इसके टीम के मध्यक्रम की समस्या अब तक बरकरार दिख रही है। अगर फ़िंच की अनुपस्थिति में केकेआर अजिंक्या रहाणे को चुनती है तो वह शीर्ष क्रम में खेलेंगे जहां उनका स्ट्राइक रेट केवल 120 का है जो पावरप्ले में 115 का हो जाता है। प्रतीत हो रहा है कि अनुभवी भारतीय बल्लेबाज़ों की ग़ैरमौजूदगी में केकेआर को रहाणे के साथ ही जाना होगा। केवल अनुकूल रॉय और बाबा इंद्रजीत की बल्लेबाज़ी में बैक-अप विकल्प हैं।
कोलकाता के लिए उसके ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का शुरूआती मैचों से अनुपलब्ध रहना परेशानी का सबब बन सकता है। टी20 सुपरस्टार ऐलेक्स हेल्स के नाम वापस लेने से ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच को आईपीएल में हिस्सा लेने का मौक़ा मिल गया। हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ़ तौर पर कह दिया है कि उनके सभी खिलाड़ी 6 अप्रैल के बाद ही आईपीएल के लिए उपलब्ध होंगे। ऐसे में फ़िंच और पैट कमिंस शुरुआती चार मैचों से बाहर रहेंगे।
भले ही न्यूज़ीलैंड को घर पर नीदरलैंड्स का सामना करना है, टिम साउदी इस प्रतियोगिता के पहले मैच से उपलब्ध होंगे। लेकिन न्यूज़लैंड को जून में इंग्लैंड का दौरा करना है, अगर केकेआर अंतिम चार में पहुंचती है तो साउदी प्लेऑफ़ का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
चेन्नई सुपर किंग्स
रवींद्र जडेजा इस समय अपने करियर के बेहतरीन दौर से गुजर रहे हैं और दुनिया के नंबर एक टेस्ट आलराउंडर हैं। आईपीएल के वह सबसे महंगे खिलाड़ी भी हैं (रीटेन और नीलाम हुए खिलाड़ियों में ) , इसके अलावा पिछले सत्र में जड़ेजा ने गेंद से कमाल दिखाते हुए आईपीएल 2021 में 13 विकेट चटकाए थे वहीं बल्ले से 227 रन बनाए थे।
राजवर्धन हंगरगेकर, दीपक चाहर की अनुपस्थिति में टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। सीएसके ने राजवर्धन को डेढ़ करोड़ की मोटी रकम देकर इस नीलामी में ख़रीदा था। नीलामी के समय मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपरजायंट्स ने इस खिलाड़ी को खरीदने में अपनी दिलचस्पी दिखाई थी। अंडर-19 विश्व कप के दौरान राजवर्धन ने अपनी ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया था। राजवर्धन के पास 140 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से गेंद फ़ेंकने की क्षमता है, वहीं वे निचले क्रम में आकर धुआंधार बल्लेबाज़ी करने की भी क्षमता रखते हैं।
मध्य और डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने के लिए सीएसके के पास कीवी गेंदबाज़ एडम मिल्ने मौजूद हैं, जो कि अपने कटर्स से बल्लेबाज़ों को नियंत्रित करने का माद्दा रखते हैं। मिल्ने सीएसके के लिए कुछ वैसी ही भूमिका अदा कर सकते हैं जो कि पिछले कुछ सीज़न में जॉश हेज़लवुड निभाते हुए आ रहे थे। ड्वेन ब्रावो अब उस तरह के खिलाड़ी नहीं रहे, ब्रावो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा भी कह चुके हैं, लेकिन सीएसके को आज भी ब्रावो की क़ीमत पता है।
कोलकाता नाइट राइडर्स
जैसे चेन्नई की टीम में सारी नजरें जड़ेजा पर रहेंगी वैसे ही कोलकाता के लिए सारी नजरें श्रेयस अय्यर पर रहेंगी। पुरानी टीमों में सिर्फ बैंगलोर और कोलकाता ने ही नीलामी में से अपना कप्तान चुना है। श्रेयस अय्यर ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ 3 टी-20 सीरीज में 200 से ज्यादा रन बनाए थे और वह आउट ही नहीं हुए थे। यही कारण रहा कि वह फरवरी माह के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित हुए।
टेनिस बॉल क्रिकेट की खोज, 23 वर्षीय रमेश कुमार इस सीज़न के उभरते सितारे बन सकते हैं। बड़ी देर से लेदर गेंद के साथ क्रिकेट खेलने की शुरुआत करने के बावजूद वह मोगा के बेहतरीन गेंदबाज़ बनकर उभरे। नारायण और चक्रवर्ती के साथ-साथ रमेश केकेआर को एक नया कोण प्रदान करते हैं।
अनूकूल रॉय ने अपने 24 मैचों के टी20 करियर में केवल दो बार छठे और सातवें स्थान पर बल्लेबाज़ी की हैं लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 141 का है।रसेल की फ़िटनेस और बैक-अप फ़िनिशर की ग़ैरमौजूदगी में अनुकूल को यह महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है। वह रणजी ट्रॉफ़ी के प्री-क्वार्टरफ़ाइनल में क्रमशः 59 और 153 रनों की पारी खेलकर इस प्रतियोगिता में आ रहे हैं और ऐसे में उनका अच्छा फ़ॉर्म केकेआर के लिए अहम साबित हो सकता है।