टीम प्रिव्यू: कोलकाता नाइट राइडर्स को शुरुआती मैचों में खलेगी विदेशी खिलाड़ियों की कमी
बुधवार, 23 मार्च 2022 (16:23 IST)
मुम्बई:एक ख़राब शुरुआत के बावजूद कोलकाता नाइट राइडर्स पिछले सीज़न की उपविजेता साबित हुई। जब कोरोना महामारी के कारण पिछले सीज़न को स्थगित किया गया था, सात मैचों में केवल दो जीत के साथ केकेआर अंक तालिका में सातवें स्थान पर थी। जब लीग चरण समाप्त हुआ, तब वह दूसरे स्थान पर जा पहुंची थी।
उपलब्धता: टी20 सुपरस्टार एलेक्स हेल्स के नाम वापस लेने से ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फ़िंच को आईपीएल में हिस्सा लेने का मौक़ा मिल गया। हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ़ तौर पर कह दिया है कि उनके सभी खिलाड़ी 6 अप्रैल के बाद ही आईपीएल के लिए उपलब्ध होंगे। ऐसे में फ़िंच और पैट कमिंस शुरुआती चार मैचों से बाहर रहेंगे।
भले ही न्यूज़ीलैंड को घर पर नीदरलैंड्स का सामना करना है, टिम साउदी इस प्रतियोगिता के पहले मैच से उपलब्ध होंगे। लेकिन क्योंकि न्यूज़लैंड को जून में इंग्लैंड का दौरा करना है, अगर केकेआर अंतिम चार में पहुंचती है तो साउदी प्लेऑफ़ का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
बल्लेबाज़ी: वेंकटेश अय्यर और कप्तान श्रेयस अय्यर के रूप में केकेआर के पास दो ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो अच्छी लय से गुज़र रहे हैं। पिछले सीज़न के दूसरे चरण में वेंकटेश ने 370 रन बनाए थे। इसके बाद सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में उन्होंने 140 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय टीम में जगह बनाई। भले ही वह भारत के लिए फ़िनिशर की भूमिका निभाते हैं, उनके पास पावरप्ले और डेथ ओवरों में बड़े शॉट लगाने की क्षमता है।
वहीं श्रेयस जिस चीज़ को छू रहे हैं वह सोना बनती जा रही है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन टी20 मैचों में तीन नाबाद अर्धशतक बनाकर प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ बनने वाले श्रेयस को साढ़े 12 करोड़ रुपयों में ख़रीदकर केकेआर ने अपना नया कप्तान बनाया है। श्रेयस तीसरे अथवा चौथे स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। लेकिन अगर फ़िंच की अनुपस्थिति में केकेआर अजिंक्य रहाणे को चुनती है तो वह शीर्ष क्रम में खेलेंगे जहां उनका स्ट्राइक रेट केवल 120 का है जो पावरप्ले में 115 का हो जाता है। प्रतीत हो रहा है कि अनुभवी भारतीय बल्लेबाज़ों की ग़ैरमौजूदगी में केकेआर को रहाणे के साथ ही जाना होगा। केवल अनुकूल रॉय और बाबा इंद्रजीत की बल्लेबाज़ी में बैक-अप विकल्प हैं।
गेंदबाज़ी: केकेआर के पास बल्लेबाज़ी में जो कमी है, उसकी भरपाई वह गेंद के साथ करते है : गहराई और अनुभव। नारायण, वरुण चक्रवर्ती और रमेश कुमार की मिस्ट्री स्पिन और उमेश यादव, कमिंस और साउदी की तिकड़ी रूप में उनके पास एक मज़बूत गेंदबाज़ी क्रम है। साथ ही आंद्रे रसेल , मोहम्मद नबी और वेंकटेश भी अच्छी गेंदबाज़ी करते हैं।
पावरप्ले में नारायण और चक्रवर्ती की इकॉनमी साढ़े 6 से कम ही है और वह गेंद को दोनों तरफ़ स्पिन करवाते हैं। हालांकि बाएं हाथ के गेंदबाज़ों पर नज़र करें तो केकेआर के पास केवल रमेश ही हैं जिन्हें बाएं हाथ का नारायण कहा जाता है। कलाई से गेंद को स्पिन करवाने वाले रमेश भी गेंद को दोनों तरफ़ घुमा सकते हैं लेकिन उन्होंने टेनिस बॉल के अलावा अभी तक किसी भी स्तर पर क्रिकेट नहीं खेला है। केकेआर उन्हें सफलता की चाबी थमा सकती है।
तेज़ गेंदबाज़ी की बात करें तो कमिंस और उमेश पटकी हुई गेंदबाज़ी करते हैं तो साउदी स्विंग पर विश्वास करते हैं। इनके साथ शिवम मावी की तेज़ गति और नीतिश राणा की पार्ट टाइम ऑफ़ स्पिन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
युवा खिलाड़ी जिन पर रहेगी नज़र:टेनिस बॉल क्रिकेट की खोज, 23 वर्षीय रमेश इस सीज़न के उभरते सितारे बन सकते हैं। बड़ी देर से लेदर गेंद के साथ क्रिकेट खेलने की शुरुआत करने के बावजूद वह मोगा के बेहतरीन गेंदबाज़ बनकर उभरे। नारायण और चक्रवर्ती के साथ-साथ रमेश केकेआर को एक नया कोण प्रदान करते हैं।
अनुकूल ने अपने 24 मैचों के टी20 करियर में केवल दो बार छठे और सातवें स्थान पर बल्लेबाज़ी की हैं लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 141 का है। रसल की फ़िटनेस और बैक-अप फ़िनिशर की ग़ैरमौजूदगी में अनुकूल को यह महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है। वह रणजी ट्रॉफ़ी के प्री-क्वार्टरफ़ाइनल में क्रमशः 59 और 153 रनों की पारी खेलकर इस प्रतियोगिता में आ रहे हैं और ऐसे में उनका अच्छा फ़ॉर्म केकेआर के लिए अहम साबित हो सकता है।(वार्ता)
कोचिंग स्टाफ़ में ब्रेंडन मैक्कलम (प्रमुख कोच), अभिषेक नायर (असिस्टेंट कोच), भरत अरुण (गेंदबाज़ी कोच), ओमकार साल्वी (असिस्टेंट गेंदबाज़ी कोच), जेम्स फ़ॉस्टर (फ़ील्डिंग कोच) शामिल हैं।