लखनऊ की नजर प्लेऑफ पर तो कोलकाता की नजर जीवित रहने पर
बुधवार, 18 मई 2022 (00:00 IST)
लखनऊ सुपर जायंट्स अपने पिछले दो मैच लगातार हार जाने के बावजूद बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ डीवाई पाटिल स्टेडियम में होने वाले आईपीएल मुकाबले में प्लेऑफ का टिकट कटाने के इरादे से उतरेगी। लखनऊ इस समय 13 मैचों में 16 अंकों के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर है और इस मुकाबले में जीत उसे 18 अंकों पर पहुंचकर उसका स्थान प्लेऑफ में सुनिश्चित कर देगी।
कोलकाता ने अपना पिछले मुकाबला जीता था और वह 13 मैचों में 12 अंकों के साथ तालिका में छठे स्थान पर है। कोलकाता भी जीत हासिल कर चौथे स्थान पर पहुंचने की कोशिश करेगा लेकिन उसे साथ ही दूसरी टीमों के परिणामों को भी देखना होगा। कोलकाता को अपना नेट रन रेट भी सुधारना होगा ताकि वह 14 अंकों पर कई टीमों की स्थिति में बेहतर स्थिति में रह सके। हालांकि कोलकाता की संभावना कम नजर आती है क्योंकि दिल्ली और पंजाब पहले ही 14-14 अंकों पर मौजूद हैं।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो दोनों के बीच इस सत्र सिर्फ 1 मैच हुआ है। करीब एक हफ्ते पहले जब यह दोनों टीमें आमने सामने हुई थी तो लखनऊ ने कोलकाता को 75 रनों से बड़ी हार थमाई थी।
गेंदबाजों ने लखनऊ को हमेशा रखा मैच में
गेंदबाजी लखनऊ का एक मजबूत पक्ष बनती जा रही है। लखनऊ के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। फिर चाहे वह तेज गेंदबाज हो या फिर स्पिनर्स। लखनऊ के लिए आवेश खान, दुष्मंता चमीरा और वापसी करने वाले रवि विश्नोई ने पिछले कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। कप्तान ने मार्कस स्टॉइनिस का उतना उपयोग नहीं किया है लेकिन जरुरत पड़ने पर वह गेंदबाजी कर सकते हैं।
लखनऊ की बल्लेबाजी कर रही निराश
लखनऊ की एक कमजोरी अन्य टीमों ने पकड़ ली है। टीम से बाद में बल्लेबाजी नहीं होती है। लक्ष्य का पीछा करने में यह टीम काफी कमजोर है जिसका उदाहरण पिछले कुछ मैचों मे दिख गया है। गुजरात के खिलाफ टीम छोटे से लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई थी। इसके बाद राजस्थान से हारे दोनों मुकाबलों में टीम जीत नहीं पायी। मध्यक्रम में अब खामियां नजर आने लगी है।लखनऊ को अपनी बल्लेबाजी को सुधारना होगा क्योंकि पिछले दोनों मैच उसने कमजोर बल्लेबाजी के कारण गंवाए हैं।
श्रेयस की कप्तानी में कोलकाता की गजब वापसी
श्रेयस की कप्तानी के कारण कोलकाता की टीम को संतुलित संयोजन मिला है हालांकि यह टूर्नामेंट में काफी देर से हुआ लेकिन फिर भी टीम ने लड़ने की क्षमता दिखाई है। यह तब है जब टीम से लगातार चोटिल खिलाड़ी निकल रहे हैं। मुंबई के खिलाफ जीत के बाद पैट कमिंस तो अब अजिंक्य रहाणे चोटिल होकर बाहर हो गए हैं।
कोलकाता बन चुकी है वन मैन आर्मी
कोलाकाता की टीम ईकाई की तरह प्रदर्शन नहीं कर पा रही जैसा शुरुआती कुछ मैचों में दिखा था। जीत अब बस कुछ खिलाड़ियों के भरोसे दिखती है। बाद में बल्लेबाजी हो तो रसेल पहले बल्लेबाजी हो तो उमेश। इन दो खिलाड़ियों पर टीम ने अतिरिक्त दबाव में ला दिया है।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
33 वर्ष के टिम साउदी ने इस सीज़न लगातार विकेट लेने की क़ाबिलियत दिखाई है। उन्होंने आठ मैचों में 15.57 की बेहतरीन औसत से 14 विकेट लिए हैं। डीवाई पाटिल स्टेडियम उन्हें रास भी आ रहा हैं, जहां उन्होंने तीन मैच में 4.9 की इकॉनमी से सात विकेट लिए हैं।
उत्तर प्रदेश के रिंकू सिंह पहली बार आईपीएल में चमक बिखेर रहे हैं। उन्होंने इस मौक़े को दोनों हाथों से भुनाया है। उन्होंने इस मैदान पर पिछली दो पारियां 35(28) और 23*(19) रनों की खेली हैं। वह अपनी फ़ील्डिंग में भी आपको अतिरिक्त अंक देते हैं। इस सीज़न उन्होंने नौ कैच लिए और एक रन आउट किया है।
कोलकाता के आंद्रे रसेल इस इस सत्र में सबकी पसंद बने हुए हैं। उन्होंने 13 मैच में 182.32 के स्ट्राइक रेट से 330 रन तो बनाए ही हैं, बल्कि 17 विकेट भी लिए हैं।
दीपक हुड्डा पर टीम की उम्मीदों का दारोमदार रहेगा। जब से लखनऊ ने दीपक हुड्डा को नंबर तीन पर खिलाना शुरू किया है वह एकदम अलग बल्लेबाज़ लगे हैं। उन्होंने नंबर तीन पर खेलते हुए 59, 27, 41, 52 और 34 का स्कोर किया है। वह टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने के मामले में पांचवें नंबर पर भी हैं, जहां उन्होंने 13 मैचों में 406 रन बनाए हैं।
लखनऊ के लिए तेज गेंदबाज आवेशखान ने 11 मैचों में सबसे ज़्यादा 17 विकेट लिए हैं और उन्होंने पिछले सीज़न की ही तरह इस बार भी अच्छा प्रदर्शन किया है। कोलकाता को उनकी गति के सामने जूझना पड़ता है। उन्होंने इस टीम के ख़िलाफ़ पांच मैचों में 6.33 की इकॉनमी से 10 विकेट लिए हैं।
रवि बिश्नोई के लिए यह सीज़न मिलाजुला रहा है। उन्होंने 12 मैच में 8.19 की इकॉनमी से 11 विकेट लिए हैं। हालांकि कोलकाता की टीम कलाई के स्पिनरों के ख़िलाफ़ जूझती नज़र आती है, ऐसे में वह विकेट ले सकते हैं। कोलकाता के ख़िलाफ़ उन्होंने पांच मैचों में 6.11 की इकॉनमी से छह विकेट लिए हैं।