बैंगलोर और पंजाब भिडेंगे नए कप्तानों की अगुवाई में, यह है RCB और PBKS की ताकत और कमजोरियां

रविवार, 27 मार्च 2022 (12:25 IST)
मुंबई: कप्तानी के दबाव से पूरी तरह मुक्त हो चुके विराट कोहली की बल्लेबाजी पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स केबीच रविवार को होने वाले आईपीएल मुकाबले पर सबकी नजर रहेगी।आईपीएल 2022 का तीसरा मैच मुंबई के डीवाए पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा।

पिछले सत्र में लीग चरण में तीसरे स्थान पर रहने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को एलीमिनेटर मुक़ाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों हार मिली थी। यह लगातार दूसरा मौक़ा था जब आरसीबी ने प्लेऑफ़ में प्रवेश किया था।पिछला सत्र पंजाब के लिए ज्यादा अच्छा नहीं रहा था। लगातार दूसरे सीज़न में पंजाब किंग्स 12 अंकों के साथ आठ टीमों में छठे स्थान पर रही।

हेड टू हेड रिकॉर्ड

हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो पंजाब बैंगलोर पर थोड़ी भारी दिखी है। कुल 28 मैचों में से पंजाब ने 15 और बैंगलोर ने 13 मैच जीते हैं। पंजाब ने पहले बल्लेबाजी कर 6 और बाद में बल्लेबाजी कर 9 मैच जीते हैं। वहीं पहले बैंगलोर ने पहले बल्लेबाजी कर 7 और और बाद में बल्लेबाजी कर 6 मैच जीते हैं।

बैंगलोर की ताकत है उनका शीर्ष क्रम

शीर्ष क्रम में अब देवदत्त पडिक्कल नहीं होंगे। लेकिन युवा अनुज रावत के रूप में उनके पास एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। क्या वह अपनी प्रतिभा को अच्छे प्रदर्शन में बदल पाएंगे? आरसीबी उन्हें कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी के साथ ओपन करने का सुनहरा अवसर देने को तैयार है जिसके चलते विराट कोहली तीसरे स्थान पर ख़ुलकर बल्लेबाज़ी कर सकेंगे। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा है कि विराट को अपनी बल्लेबाजी का पूरा आनंद लेना चाहिए।

ऐलेन शीर्ष क्रम में आक्रामकता प्रदान करते हैं वहीं रदरफ़र्ड फ़िनिशर की भूमिका निभा सकते हैं। टी20 मैचों में ऐलेन का स्ट्राइक रेट 175.65 का है तो वहीं रदरफ़र्ड कैरेबियर प्रीमियर लीग में दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बनकर उभरे थे।

रिटेन किए गए मोहम्मद सिराज और दोबारा ख़रीदे गए हर्षल पटेल गेंदबाज़ी की कमान संभालेंगे। पिछले सीज़न में सर्वाधिक 32 विकेट लेने के बाद हर्षल भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। स्पिन विभाग में युज़वेंद्र चहल की ज़िम्मेदारी अब वनिंदु हसरंगा निभाएंगे। कर्ण शर्मा के रूप में टीम के पास एक भारतीय लेग स्पिन विकल्प मौजूद है।

शाहबाज़ अहमद टीम को गहराई प्रदान करते हैं तो सिद्धार्थ कौल और चामा मिलिंद के रूप में टीम के पास भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों का अच्छा बैक-अप है। कौल और मिलिंद लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं।

पंजाब की भी है सशक्त बल्लेबाजी

पंजाब किंग्स के पास शिखर धवन और नए कप्तान मयंक अग्रवाल के रूप में एक अनुभवी सलामी जोड़ी है।किंग्स की बल्लेबाज़ी लाइन अप एक टी20 टीम की परफ़ेक्ट लाइन अप है, और बल्लेबाज़ी सलाहकार के रूप में पावर हिटिंग विशेषज्ञ जूलियन वुड की नियुक्ति इस बात का एक और संकेत है कि वे इस सीज़न में कैसा खेलना चाहते हैं।

शाहरुख ख़ान और ओडिन स्मिथ सुनिश्चित करते हैं कि विस्फोटक बल्लेबाज़ी जारी रहेगी, जबकि हरप्रीत बराड़ और रबादा गहराई प्रदान करते हैं। दूनिया भर में घूम-घूम कर क्रिकेट खेलने वाले ऑलराउंडर बेनी हॉवेल, स्मिथ का बैक-अप हैं।

राहुल चाहर और बराड़ स्पिन विभाग की ज़िम्मेदारी संभालेंगे। चाहर अपने तेज़ लेगब्रेक से बल्लेबाज़ों को परेशान कर सकते हैं, जबकि आईपीएल 2021 में दस ओवर से अधिक गेंदबाजी करने वालों में बराड़ (6.04) की इकॉनमी सबसे अच्छी थी।

शुरुआत में दोनों टीमों को परेशान करेगी  खिलाड़ियों की अनुपलब्धता

नवविवाहित ग्लेन मैक्सवेल कम से कम आरसीबी के पहले दो मैचों में नहीं खेल पाएंगे, जबकि जॉश हेज़लवुड ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धताओं के कारण पहले तीन मैचों से बाहर रहेंगे। मैक्सवेल की पावर हिटिंग की ग़ैरमौजूदगी में आरसीबी को फ़िन ऐलेन और शर्फ़ेन रदरफ़र्ड के बीच किसी एक को चुनना होगा।

सीज़न दर सीज़न, बल्लेबाजी में बदलाव करने की प्रत्येक कोशिश में वह विफल रहे और एक ही स्थान पर बने रहे। पिछले साथ मध्य क्रम में उन्होंने केएस भरत और रजत पाटिदार को आज़माया। अबकी बार उन्हें महिपाल लोमरोर और सुयश प्रभुदेसाई से उम्मीद होगी कि वह मैक्सवेल और दिनेश कार्तिक का साथ दें।

कैगिसो रबादा बांग्लादेश के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के कारण पंजाब किंग्स के शुरुआती मैच में नहीं खेलेंगे।.जॉनी बेयरस्टो इंग्लैंड की टेस्ट टीम के साथ वेस्टइंडीज में हैं और उनका पहले दो मैचों में नहीं खेलने की संभावना है। अगर पंजाब किंग्स फ़ाइनल तक पहुंचती है, तो बेयरस्टो फ़ाइनल के लिए भी उपलब्ध नहीं हो सकते हैं। क्योंकि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज़ 2 जून से शुरू हो रही है।

इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें

कप्तानी छोड़े के बाद पहली बार विराट कोहली बैंगलोर के लिए बतौर बल्लेबाज क्रीज पर उतरेंगे। उनके फैंस उनसे माही जैसी पारी की उम्मीद करेंगे। कल महेंद्र सिंह धोनी ने कोलकाता के खिलाफ 38 गेंदो में 50 रन बनाए थे। विराट कोहली जिनके खाते में आईपीएल में सबसे ज्यादा रन है उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेंगी।

दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज़ अनुज रावत के क्रिकेट करियर की शुरुआत ऋषभ पंत के साथ हुई जो अब भारत के नंबर एक विकेटकीपर बन चुके हैं। महामारी के चलते अनुज को बहुत कम क्रिकेट खेलने को मिला। हालांकि उनके लिए अच्छी बात यह है कि वह अब भी केवल 22 वर्ष के हैं और उन्हें इस टीम में ओपन करने का मौक़ा दिया जाएगा। शायद यहीं वह मौक़ा था जिसकी उन्हें तलाश थी।

प्रसिद्ध कोच चंद्रकांत पंडित द्वारा 'जूनियर गेल' उपनाम से मशहूर महिपाल लोमरोर अपने मित्र पंत की तरह लंबे शॉट लगाने के लिए जाने जाते हैं। 2016 अंडर-19 विश्व कप में पंत के साथ खेलने वाले हरफ़नमौला खिलाड़ी को राजस्थान रॉयल्स बतौर बैक-अप बल्लेबाज़ देख रही थी। अब जब उन्हें आरसीबी में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा है, तो वह इसे भरोसे पर खरे उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।

शाहरुख़ ख़ान को पहले भी पंजाब किंग्स ने पिछले सीजन में नीलामी में खरीदा था और इस सीजन में भी वह ऐसा करने में सफल रहे। शाहरुख खान ने कुल 11 मैचों में 153 रन बनाए, लेकिन यह रन 134 की स्ट्राइक रेट से बनाए गए थे। सैयद मुश्ताक ट्रॉफी में वह अपनी टीम चेन्नई को अंतिम गेंद पर 6 मारकर जिता चुके हैं। ऐसे में वह अपने आप को एक फिनिशर के रूप में स्थापित कर चुके हैं तो सभी की निगाहें उन पर होंगी।

बाएं हाथ के मध्य-क्रम के बल्लेबाज़ और दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ राज बावा इस अंडर -19 विश्व कप फ़ाइनल में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 31 रन पर 5 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ़ द मैच बने थे। इससे पहले उन्होंने युगांडा के ख़िलाफ़ टूर्नामेंट का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर नाबाद 162 भी बनाया था। विश्व कप में भारत के कोच हृषिकेश कानितकर के अनुसार सभी प्रकार की स्थितियों में शांतचित रहना बावा का विशिष्ट गुण है। आईपीएल उस विशेषता का पूरी तरह से परीक्षण करेगा।

विदर्भ के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ अथर्व तैडे भी उन खिलाड़ियों में से हैं जिनपर नज़र रहेगी। हाल ही में सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में तैडे ने 54.00 की औसत और 137.05 के स्ट्राइक रेट से 270 रन बनाए थे। उन्होंने सात पारियों में छह बार 30 से अधिक का स्कोर बनाया और टूर्नामेंट में शीर्ष दस रन बनाने वालों में से एक थे। उन्होंने बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाज़ी कर पांच विकेट भी हासिल किए।

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