इन 3 खिलाड़ियों के कारण कोलकाता को मिली चेन्नई पर शानदार जीत
शनिवार, 26 मार्च 2022 (23:53 IST)
पिछले उपविजेता कोलकाता नाईट राइडर्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स को शनिवार को आईपीएल के उद्घाटन मुकाबले में नौ गेंद शेष रहते छह विकेट से हराकर चौंका दिया।
हार कर भी धोनी के नाम हुए कुछ रिकॉर्ड्स
हाल ही में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल 2022 का पहला अर्धशतक बनाया। यह उनके 23 पारियां और 3 साल बाद लगाया गया अर्धशतक था। पिछले 2 सत्र उनके काफी फीके गए।
उनका पिछला अर्धशतक 21 अप्रैल 2019 रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ नाबाद 84 रन की पारी के रूप में आया था।
वहीं कोलकाता के लहजे से बात करें तो वानखेड़े का स्टेडियम उनके लिए उतना भाग्यशाली नहीं रहा लेकिन आज इस मैदान पर आईपीएल की उनकी दूसरी जीत आई।
कोलकाता के लिए चमके उमेश यादव, सुनील नारायण और अजिंक्य रहाणे
उमेश यादव ने शुरुआत से ही चेन्नई को दबाव में ला दिया। भले ही पहले ही गेंद पर उन्होंने नॉ बोल की हो लेकिन उन्होंने वापसी बढ़िया की। इसके बाद उन्होंने एक वाइड और फेंकी लेकिन अगली ही गेंद पर पिछले सत्र के सबसे सफल बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को उन्होंने पवैलियन का रास्ता दिखा दिया।
इसके बाद उन्होंने डेवॉन कॉन्वे को मिड ऑन पर खड़े श्रेयस अय्यर द्वारा कैच आउट करवा दिया। उमेश यादव ने 4 ओवरों में 20 रन देकर 2 विकेट लिए।
सुनील नारायण ने आज खासी किफायती गेंदबाजी की। भले ही उन्होंने विकेट नही लिया हो लेकिन उन्होंने चेन्नई के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। खासकर महेंद्र सिंह धोनी को नारायण खासा देर तक बांधे रखा।
जब कोलकाता 131 रनों का पीछा करने उतरी तो वानखेड़े की पिच पर कई सालों तक खेलने वाले अजिंक्य रहाणे ने अपने अनुभव का फायदा उठाया और शुरुआत से सीधे शॉट खेले।
रहाणे ने शुरुआती ओवरों में टाइमिंग का शानदार इस्तेमाल करते हुए पारी के चौथे ओवर में एडम मिल्ने के खिलाफ चौका और छक्का जड़ा। पावरप्ले में टीम ने बिना किसी नुकसान के 43 रन बना लिये थे।
रहाणे अर्धशतक तक तो नहीं पहुंच पाए लेकिन आउट होने से पहले 34 गेंदो में 6 चौके और 1 छक्के की मदद से 44 रन बना गए। जिससे कोलकाता का काम आसान हो गया।
चेन्नई के लिए कमजोर कड़ी रहे यह बल्लेबाज और गेंदबाज
फाफ डु प्लेसिस अब बैंगलोर चले गए हैं ऐसे में टीम को ऋतुराज गायकवाड़ से खासी उम्मीद थी लेकिन वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए और पिच पर सिर्फ 4 गेंदो के मेहमान रहे।
अंबाती रायुडू को टीम से खासी उम्मीदें थी लेकिन वह एक रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए और दूसरे छोर पर खड़े रविंद्र जड़ेजा मुंह ताकते रह गए। उन्होंने 17 गेंद की पारी में 15 रन बनाये। रायुडू को मध्यक्रम की जिम्मेदारी निभाने के लिए रखा गया था जिसमें वह विफल रहे।
इसके अलावा सबसे ज्यादा निराश किया शिवम दुबे ने जिनको अच्छे खासे दाम में चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा था। ना ही वह बल्ले से चले ना ही गेंद से। टीम के साथ पिछली नीलामी में जुड़े हरफनमौला शिवम दुबे (तीन रन) भी कुछ कमाल करने में नाकाम रहे और आंद्रे रसेल की गेंद पर सुनील नारायण को कैच थमा बैठे। इसके बाद जब गेंदबाजी की बारी आई तो उन्होंने 1 ओवर में 11 रन लुटा दिए।
उमेश यादव को धारदार गेंदबाजी के लिए मिला मैन ऑफ द मैच
चेन्नई को दो शुरुआती झटके देने वाले उमेश यादव को मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार दिया गया। ऋतुराज गायकवाड़ और डेवॉन कॉन्वे, दोनों ही सलामी बल्लेबाजों को आउट करने के बाद चेन्नई की टीम पावरप्ले के छह ओवर में दो विकेट पर सिर्फ 35 रन ही बना सकी। यह एक बड़ा कारण रहा जिसके कारण चेन्नई बड़ा स्कोर नहीं बना पायी।
उमेश खुद दो साल बाद मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल कर काफी खुश दिखे।उन्होंने कहा, ऐसा मौका कभी-कभी ही आता है। मेरे लिए यह (मैन ऑफ द मैच) मौका दो साल बाद आया है।
उन्होंने कहा, पावर प्ले में विकेट लेना जरूरी था और मुझे इस बात की खुशी है कि टीम ने जो भूमिका दी थी उसे अच्छे से निभाने में सफल रहा। कप्तान ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि वह अभ्यास सत्र के दौरान काफी मेहनत कर रहे थे।
उन्होंने कहा, उमेश यादव नेट और अभ्यास सत्र में काफी मेहनत कर रहे थे और आज उन्हें अच्छा प्रदर्शन करते देखना अच्छा लगा।
श्रेयस अय्यर की कप्तानी का आगाज हुआ शानदार, जड़ेजा ने किया निराश
आईपीएल 2022 का पहला मैच श्रेयस अय्यर की कप्तानी के लिए खासा शानदार रहा। सबसे पहले तो उन्होंने टॉस जीता उसके बाद उन्होंने पॉवरप्ले से पहले स्पिनर्स को नहीं लाया। फील्ड पर भी वह चुस्त फील्डर रहे और उन्होंने एक रन आउट किया।
मैच के बाद पुरस्कार समारोह में श्रेयस ने कहा, इस मैच से पहले से टीम प्रबंधन, फ्रेंचाइजी सभी काफी उत्साह में है। हम इस लय को आगे भी जारी रखना चाहते है।
उन्होंने कहा कि चेन्नई की बल्लेबाजी के दौरान आखिरी के ओवरों में ओस के कारण गेंदबाजों को परेशानी हो रही थी और धोनी के क्रीज पर मौजूद रहने के कारण वह थोड़े तनाव में थे।
श्रेयस ने कहा, धोनी जब भी बल्लेबाजी करते है तो आप (विरोधी टीम) तनाव में रहते है। मैं जानता था कि आखिरी तीन ओवर में मैच का रुख उनकी ओर जा रहा था, गेंदबाजों को गेंद पर पकड़ बनाने में परेशानी हो रही थी।
वहीं रविंद्र जड़ेजा की बात करें तो उनकी कप्तानी काफी रक्षात्मक रही यह उनकी बल्लेबाजी में भी दिखी। उन्होंने शुरुआत से ही काफी धीमा खेला और आखिरी गेंद पर छक्का जरूर लगाया। हालांकि मैदान पर जब वह एक कप्तान के तौर पर उतरे तो उनके निर्णयों में अपरिपक्वता दिखी।
दिग्गज महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी छोड़ने के बाद चेन्नई की बागडोर संभालने वाले रविन्द्र जडेजा ने कहा कि ओस के कारण दूसरी पारी में उनके गेंदबाजों के लिए परिस्थितियां अधिक चुनौती भरी थी।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि ओस की भूमिका अहम होगी। आप टॉस जीतकर गेंदबाजी करना चाहेंगे। पहली परी के शुरुआती छह ओवरों में पिच पर नमी थी लेकिन दूसरी पारी में ओस के कारण बल्लेबाजी आसान हो गयी।
उन्होंने कहा, बल्लेबाजी इकाई के रूप में हम साझेदारी बनाने में नकाम रहे। इसी कारण टीम बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर सकी।