टीम की खातिर 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे चोटिल केएल राहुल ने जीता दिल

मंगलवार, 2 मई 2023 (18:20 IST)
आईपीएल (IPL) का 43वा मैच लखनऊ सुपर जाइंट्स (LSG) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के बीच लखनऊ के इकाना स्पोर्ट्स स्टेडियम में खेला गया था जहां LSG के कप्तान के एल राहुल पारी के दूसरे ओवर के बीच फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गए थे उसके बाद LSG की कप्तानी की कमान उपकप्तान, क्रुणाल पंड्या ने संभाली।

लखनऊ में RCB ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैंसला किया था जहां RCB अपनी पारी में LSG के सामने एक बड़ा लक्ष्य खड़ा न कर पाई और 20 ओवर में अपने 9 विकेट खोकर सिर्फ 126 रन ही बना पाई लेकिन इस छोटे से लक्ष्य को RCB की टीम ने बखूबी बचा कर LSG की टीम को उनकी पारी में 108 रनों पर ही समेटा। चोटिल होने की वजह से के एल राहुल सलामी बल्लेबाज के तौर पर नहीं आ सके लेकिन जब उन्होंने देखा कि उनकी टीम मुसीबत में है तो वे चोटिल अवस्था में भी आखरी नंबर पर बैटिंग करने आए।

हालांकि तीन गेंदों का सामना कर वे न बाउंड्री लगा पाए न रन स्कोर कर पाए लेकिन उन्होंने उनकी इस चोटिल अवस्था में भी अपनी टीम को जिताने का सोचा। उनकी इस इच्छाशक्ति और साहस की प्रशंसा कई क्रिकेट दर्शको ने की।

KL Rahul BC didn't even Run for a single but was running here and there to stop a fight !

—  (@bottom_hand) May 1, 2023

LSG lost the match, KL Rahul earned respect pic.twitter.com/8dDv70YV7k

— Sagar (@sagarcasm) May 1, 2023

KL Rahul is coming to bat with an injury.

Total respect for the captain. pic.twitter.com/BOBRyORQSS

— Johns. (@CricCrazyJohns) May 1, 2023

Mohammad Siraj hugged KL Rahul after the match and asked him how he's doing.

- A lovely picture! pic.twitter.com/lS0dHbc9Ao

— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) May 1, 2023

KL Rahul wasn't able to even take a single but he still tried to solve the fight. Don't know why people have such unreal hate for this man!

KL Rahul - the gentleman!  pic.twitter.com/Os3GQyyMya

— Juman Sarma (@cool_rahulfan) May 2, 2023
यही नहीं, मैच के बाद जब विराट कोहली की गौतम गंभीर और नवीन उल हक़ से शब्दों की भिंड़ंत हुई थी उस वक़्त भी के एल राहुल अपनी चोंट की परवाह न कर इन खिलाडियों के बीच बहस सुलझाने में लगे हुए थे लेकिन के एल राहुल को अपनी राष्ट्रीय टीम और आईपीएल टीम के लिए अपना ध्यान रखना होगा और जल्द से जल्द फिट होकर मैदान पर खेलने का प्रयास करना होगा क्योंकि करीब एक महीने के बाद याने कि 7 जून को टीम इंडिया का सामना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से होना है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने वाले खिलाड़ी की लिस्ट में के एल राहुल का नाम भी शामिल है।

राहुल को बल्लेबाजी के लिये थोड़ा ऊपर आना चाहिये था : मूडी

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर टॉम मूडी का मानना है कि अगर लखनऊ सुपर जायंट्स के चोटग्रस्त कप्तान केएल राहुल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ सोमवार को खेले गये मुकाबले में मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिये उतरते तो मैच का नतीजा अलग हो सकता था।

आरसीबी और सुपर जायंट्स के बीच सोमवार को खेले गये मुकाबले की पहली पारी में फील्डिंग करते हुए राहुल की दाहिनी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। इसके कारण राहुल अपनी टीम के लिये ओपनिंग करने नहीं उतरे, जबकि सुपर जायंट्स ने 127 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.3 ओवर में 103 रन पर नौ विकेट गंवा दिये। राहुल 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिये उतरे, हालांकि इस समय तक मैच सुपर जायंट्स के हाथ से निकल चुका था।

मूडी ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर कहा, “मुझे (राहुल का 11वें नंबर पर उतरना) समझ नहीं आया। अगर उन्हें बल्लेबाज़ी के लिये जाना ही था तो मध्य ओवरों में जाते और तीन-चार चौके लगाने की कोशिश करते। वह अपनी चोट को बचाकर जो भी रन बना सकते थे.. 10-20, वह बनाते। वह जिस वक्त मैदान पर उतरे तब बात उनके आत्मसम्मान की ही रह गयी थी। मेरा खयाल है कि उन्हें एक कप्तान के रूप में अपने और अपनी टीम के प्रदर्शन का सम्मान करने की जरूरत महसूस हुई होगी।”

राहुल जब बल्लेबाजी के लिये क्रीज पर आये तो सुपर जायंट्स को नौ गेंद पर 24 रन की जरूरत थी। वह चोट के कारण भाग नहीं सके और तीन गेंदों पर शून्य रन बनाये। नतीजतन, सुपर जायंट्स 19.5 ओवर में 108 रन पर ऑलआउट हो गयी।सुपर जायंट्स की 18 रन की हार के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने राहुल के बल्लेबाजी के लिये न उतरने के फैसले को सही ठहराया।

दासगुप्ता ने कहा, “ऊपरी क्रम में उनका न आना समझ आता है, क्योंकि आपको उम्मीद होगी कि आपके बल्लेबाज लक्ष्य हासिल कर लेंगे और राहुल को बल्लेबाजी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। आखिरी ओवर में भी सुपर जायंट्स को 23 रन की जरूरत थी। चार छक्के भी लग सकते थे, उनके पास वह क्षमता है। यह हालांकि मुश्किल होने वाला था। और वह दौड़ भी नहीं रहे थे तो उनके उस तरह रन लेने की कोई उम्मीद नहीं थी।”

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