33 रनों पर 3 विकेट के बाद रिंकू सिंह ने अर्धशतक लगाकर कोलकाता को दिलाई जीत, इस IPL में हमेशा खेली ऐसी पारियां
सोमवार, 15 मई 2023 (12:52 IST)
कप्तान Nitish Rana नीतीश राणा (57 नाबाद) और Rinku Singh रिंकू सिंह (54) के शानदार अर्द्धशतकों की बदौलत Kolkata Knight Riders कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने रविवार को Indian Premiere League इंडियन प्रीमियर लीग IPL(आईपीएल) के करो या मरो मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को सात विकेट से मात दी।
चेन्नई ने शिवम दूबे (48 नाबाद) की मदद से केकेआर के सामने 145 रन का लक्ष्य रखा। केकेआर ने यह लक्ष्य 18.3 ओवर में हासिल कर लिया।
चेन्नई के अन्य बल्लेबाज केकेआर की स्पिन के आगे संघर्ष करते नजर आये, लेकिन जुझारू बल्लेबाज दूबे ने 34 गेंद पर एक चौके और तीन छक्कों के साथ नाबाद 48 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।केकेआर ने इसके जवाब में अपने शुरुआती तीन विकेट 33 रन पर गंवा दिये, लेकिन रिंकू और नीतीश ने 99 रन की साझेदारी कर मेहमान टीम को जीत दिलाई।
यह पहली बार नहीं हुआ है जब कोलकाता मुश्किल में थी और रिंकू सिंह ने टीम को जीत तक पहुंचा दिया। गुजरात के खिलाफ अंतिम ओवर में 5 छक्के जड़कर टीम को हैरतअंगेज जीत दिलाने वाले रिंकू सिंह क्रीज पर तब आए थे जब कोलकाता 33 पर 3 विकेट गंवा चुका था। वह जब रन आउट हुए तो कोलकाता जीत की दहलीज पर खड़ा हुआ था। हर बार उन्होंने ऐसी ही पारियां कोलकाता के लिए खेली हैं।
Rinku Singh's rescue innings:
3/16 & he scored 35(28)
3/92 & he scored 42*(23)
5/142 & he scored 40(15)
3/47 & he scored 46(33)
3/128 & he scored 48*(21)
5/96 & he scored 58*(31)
4/70 & he scored 53*(33)
3/35 & he scored 46(35)
4/124 & he scored 21*(10)
3/33 & he scored 54(43) pic.twitter.com/p1n25EFDbX
इस जीत के बाद केकेआर 13 मैचों में 12 अंक अर्जित कर लिये हैं और उसकी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें पूरी तरह समाप्त नहीं हुई हैं। चेन्नई 13 मैचों में 15 अंकों के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर बरकरार है।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने वाली चेन्नई को चेपौक की धीमी पिच पर रन बनाने के लिये संघर्ष करना पड़ा। मेज़बान टीम को पहला झटका रुतुराज गायकवाड़ (13 गेंद, 17 रन) के रूप में लगा जब वह वरुण चक्रवर्ती की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शॉर्ट थर्ड मैन को कैच दे बैठे।
चेन्नई ने पावरप्ले में एक विकेट के नुकसान पर 52 रन बना भी लिये, हालांकि फील्ड खुलने के बाद चौकों-छक्कों का सूखा पड़ गया। अजिंक्य रहाणे (11 गेंद, 16 रन) रनगति बढ़ाने की कोशिश में चक्रवर्ती को अपना विकेट दे बैठे, जबकि धैर्य के साथ खेल रहे डेवन कॉनवे (28 गेंद, 30 रन) को शार्दुल ठाकुर ने आउट कर दिया। सुनील नरेन ने चेन्नई पर दबाव बढ़ाते हुए अंबाती रायडू और मोईन अली के रूप में चेन्नई का चौथा और पांचवां विकेट गिरा दिया।
पारी के 11वें ओवर तक मात्र 72 रन बनने के बाद चेन्नई को बड़े ओवरों की जरूरत थी। दूबे ने 12वें ओवर में छक्का जड़कर पारी की रफ्तार बढ़ाने की शुरुआत की। दूबे ने रवींद्र जडेजा के साथ छठे विकेट के लिये 68 रन की साझेदारी की, हालांकि जडेजा 24 गेंद पर एक छक्के के साथ 20 रन का योगदान ही दे सके।
दूसरे छोर पर खड़े दूबे ने 18वें ओवर में चक्रवर्ती को निशाना बनाकर 15 रन बटोरे। दूबे अपने सातवें आईपीएल अर्द्धशतक तक पहुंच सकते थे लेकिन शार्दुल ने 19वें ओवर में मात्र पांच रन देकर उन्हें यह उपलब्धि हासिल नहीं करने दी। आखिरी ओवर में जडेजा का विकेट गिरने के बाद चेपौक दर्शकों के शोर से गूंज उठा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी के लिये उतरे। धोनी ने पारी की आखिरी गेंद पर दो रन लेकर चेन्नई की पारी को 144/6 के स्कोर पर समाप्त किया।
नरेन ने केकेआर के लिये सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 15 रन देकर दो विकेट चटकाये। चक्रवर्ती को भी दो विकेट प्राप्त हुए, हालांकि चेन्नई ने उनके चार ओवरों में 36 रन बना लिये। वैभव अरोड़ा और शार्दुल को एक-एक सफलता हासिल हुई।
चेन्नई ने इस छोटे स्कोर की रक्षा करने के लिये पावरप्ले का बखूबी इस्तेमाल किया। दीपक चाहर ने अपनी दर्शनीय स्विंग से रहमानुल्लाह गुरबाज़ (01), वेंकटेश अय्यर (09) और जेसन रॉय (12) को आउट किया। तुषार देशपांडे ने उनका बखूबी साथ निभाते हुए कसी हुई गेंदबाजी की और केकेआर को तेजी से रन बटोरने का मौका नहीं दिया।
पावरप्ले में तीन विकेट के नुकसान पर सिर्फ 46 रन बना सकने के बावजूद केकेआर को करीब छह के रनरेट से रन बनाने की ही जरूरत थी। रिंकू और नीतीश ने इसके बाद से बिना कोई जोखिम उठाये साझेदारी बुनना शुरू की। राणा ने विकेट पर पांव जमाने में समय लिया, लेकिन रिंकू समय-समय पर चौकों की मदद से दबाव हटाते रहे।
राणा जब 18 रन पर खेल रहे थे तब मथीशा पथिराना ने उनका कैच छोड़कर केकेआर के कप्तान को एक जीवनदान दिया। इस जीवनदान के बाद से केकेआर की गाड़ी नहीं रुकी। रिंकू ने 16वें ओवर में चौका लगाकर 39 गेंद पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया। राणा ने भी 38 गेंद में पचासा जमाया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिये 99 रन की साझेदारी हुई।
रिंकू जब इस साझेदारी का 100वां रन लेने के लिये भाग रहे थे तब मोईन अली ने एक शानदार थ्रो की मदद से उन्हें रनआउट कर दिया। इस समय तक हालांकि मैच चेन्नई के हाथ से निकल चुका था और केकेआर को जीत के लिये 17 गेंद पर सिर्फ 13 रन की जरूरत थी। राणा ने अपनी कप्तानी पारी का अंत 19वें ओवर में विजयी चौका लगाकर किया। चाहर तीन विकेट लेकर चेन्नई के एकमात्र सफल गेंदबाज रहे।