धीमी हो चली है विराट कोहली की स्ट्राइक रेट, इन पूर्व क्रिकेटरों ने कहा अब एंकर की जरुरत नहीं

सोमवार, 8 मई 2023 (13:02 IST)
Virat Kohli विराट कोहली की  Indian premiere League इंडियन प्रीमियर लीग मैच में Delhi Capitals दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 46 गेंदों पर खेली गई 55 रन की पारी से टी-20 प्रारूप में पारी संवारने वाले बल्लेबाजों यानि एंकर की घटती भूमिका को लेकर फिर से बहस शुरू हो गई है।

कोहली की इस पारी के बावजूद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली ने फिल सॉल्ट की बड़ी अर्धशतकीय पारी की मदद से 20 गेंद शेष रहते ही यह मैच जीत लिया था।

आरसीबी का मध्यक्रम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है और ऐसे में कोहली का आखिर तक टिके रहने का रवैया सही माना जा सकता है लेकिन इससे उनकी टीम को कम से कम 20 रन का नुकसान हुआ जो कि फिरोज शाह कोटला में उनकी टीम के लिए विजयी स्कोर हो सकता था। कोहली ने पहली 18 गेंदों पर केवल 19 रन बनाए थे।

इससे साफ जाहिर होता है कि टीमों को अगर पावर प्ले में अच्छा स्कोर बनाना है तो उसे आक्रामक बल्लेबाजी करनी होगी। ऐसे में पारी सवारने वाले बल्लेबाजों की भूमिका गौण हो जाती है। दिल्ली के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग इस सत्र के शुरू में टी20 में एंकर की भूमिका पर संदेह व्यक्त कर चुके हैं।

ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कप्तान ने कहा था,‘‘मेरा मानना है कि अगर आपके पास आक्रामक और पावरफुल बल्लेबाज हैं तो वह एंकर की भूमिका निभाने के लिए अपना खेल बदल सकते हैं लेकिन पारी संवारने वाले की भूमिका निभा रहा बल्लेबाज बमुश्किल ही 200 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाएगा। इस साल अगर कोई खिलाड़ी ऐसा कर सकता है तो वह अजिंक्य रहाणे है।’’

पोंटिंग ने कहा‘‘ मुझे लगता है कि एंकर की भूमिका घटती जा रही है। यह क्रीज पर उतरने वाले बल्लेबाज पर निर्भर करता है क्योंकि कई बार आपको वैसी शुरुआत नहीं मिलती जैसे आप चाहते हैं और ऐसे में आपको अपनी भूमिका बदलने के लिए मजबूर होना पड़ता है।’’

अगर आपने लय हासिल कर ली है तो पारी की गति बरकरार रखे: शास्त्री की कोहली को सलाह

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने सोमवार को विराट कोहली को सलाह दी कि अच्छी शुरुआत करने के बाद उन्हें दूसरे बल्लेबाजों की चिंता छोड़कर अपनी पारी की गति कम नहीं होने देनी चाहिए।रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के इस बल्लेबाज ने इंडियन प्रीमियर लीग में टीम के पिछले मुकाबले में पारी को संवारने के लिए एक छोर पर संभल कर बल्लेबाजी की। उन्होंने 46 गेंद में 55 रन बनाये लेकिन बाद में उनकी बल्लेबाजी की आलोचना हुई क्योंकि इससे टीम ने लगभग 20 रन कम बनाये।कोहली का यह सत्र का छठा अर्धशतक था।

शास्त्री से जब ‘ ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ के कार्यक्रम में इस बारे में पूछा गया कि क्या आरसीबी की लचर बल्लेबाजी के कारण कोहली आखिर ओवरों तक बल्लेबाजी के लिए मजबूर हुए, तो उन्होंने कहा कि भारत के इस दिग्गज खिलाड़ी को दूसरे बल्लेबाजों की चिंता नहीं करनी चाहिये।शास्त्री ने कहा, ‘‘ एक बार जब आप लय हासिल कर लेते हैं, तो अपने खेल को नहीं बदलना चाहिये, दूसरों की चिंता नहीं करनी चाहिये। विराट के लिए यही मेरा संदेश होगा कि उन्हें (दूसरे बल्लेबाजों) अपना काम करने दें। टी20 मैच में आपको इतने बल्लेबाजों की जरूरत नहीं होती। अगर आप फॉर्म में है तो अपने तरीके से बल्लेबाजी जारी रखें।’’उन्होंने कहा, ‘‘ इसका अच्छा उदाहरण फिल साल्ट था। आपने देखा कि उसने किस तरह से बल्लेबाजी की। एक बार जब उसने लय हासिल कर ली तो फिर उसे जाने नहीं दिया।’’

पहले मैच को छोड़ दे तो विराट कोहली का स्ट्राइक रेट इस टूर्नामेंट में संदेह के घेरे में ही रहा है। 10 मैचों में विराट कोहली 46 के शानदार औसत के साथ 419 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 135 का जरूर दिखता है लेकिन इसमें सबसे बड़ी भूमिका 82 नाबाद रनों की पारी है जो उन्होंने सबसे पहले मुंबई इंडियन्स के खिलाफ खेली थी। यह देखने वाली बात होगी कि बैंगलोर के लिए आगे वह कैसा खेलते हैं।

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