क्रिकेट के आसमान से नोटों की बरसात

विश्व को क्रिकेट का खेल सिखाने वाले इंग्लैंड ने ही खेल के नए स्वरूप ट्वेंटी-20 की शुरुआत की। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने 2003 में काउंटी टीमों के बीच ट्वेंटी-20 टीमों की स्पर्धाएँ शुरू कीं। इसका उद्देश्य क्रिकेट के मैदानों में दर्शकों को खींचना था, लेकिन भारत में ऐसी कोई परेशानी नहीं है।

ट्वेंटी-20 क्रिकेट में दर्शकों के मनोरंजन को वरीयता दी गई है। हालाँकि इसे 1960 से ही अनौपचारिक रूप से खेला जाता रहा है। भारत ने क्रिकेट के इस नए स्वरूप को आधिकारिक मान्यता देने में थोड़ा संकोच दिखाया, लेकिन अब भारत ने ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से ट्वेंटी-20 क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत की है।

अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की आईपीएल पर सभी की निगाहें हैं, क्योंकि इसमें विश्व के न सिर्फ श्रेष्ठ क्रिकेटर शामिल हैं, बल्कि कारोबारी जगत की भी इसमें खासी दिलचस्पी है। इसलिए हमने अपने पाठकों के लिए आईपीएल और अन्य लीगों से जुड़ी जानकारी जुटाने का प्रयास किया है।

क्या है आईपीएल : यह विचार सबसे पहले 1996 में सामने आया था, लेकिन तब माना गया कि इससे क्षेत्रीय क्रिकेट को नुकसान होगा। लेकिन एस्सेल समूह द्वारा विद्रोही इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) की शुरुआत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल शुरू करने की योजना बनाई।

बीसीसीआई ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की औपचारिक घोषणा 14 सितंबर 2007 को की। इसका प्रारूप इंग्लिश प्रीमियर लीग और अमेरिका की नेशनल बास्केटबॉल लीग (एनबीए) से मिलता-जुलता है। आईपीएल की शुरुआत का श्रेय बीसीसीआई के उपाध्यक्ष ललित मोदी को जाता है।

टीमें किसके पास : आईपीएल की फ्रेंचाइजी को आठ टीमों ने खरीदा है। इन टीमों का संचालन ये अपने तरीके से करेंगे। वे अपने प्रायोजक और टीमों का नाम खुद तय करेंगे। ये अपनी टीमों के खिलाड़ियों के चयन के लिए भी मुक्त होंगे।

फ्रेंचाइजी मालि
मुंबई : मुकेश अंबानी (448 करोड़ रुपए)
बंगलोर : विजय माल्या (446 करोड़ रुपए)
हैदराबाद : डेक्कन क्रॉनिकल (428 करोड़ रुपए)
चेन्नई : इंडिया सीमेंट (364 करोड़ रुपए)
दिल्ली : जीएमआर होल्डिंग्स (336 करोड़ रुपए)
मोहाली : प्रिटी जिंटा (304 करोड़ रुपए)
कोलकाता : शाहरुख खान (300 करोड़ रुपए)
जयपुर : इमर्जिंग मीडिया (268 करोड़ रुपए)

फुटबॉल और हॉकी लीगों से भिन्नता : भारत में हॉकी की पीएचएल और फुटबॉल की आई-लीग से आईपीएल में ज्यादा भिन्नता नहीं है। लेकिन आईपीएल में विभिन्न कंपनियों ने टीमों को खरीदा है। इन टीमों में खेलने वाले खिलाड़ियों को बीसीसीआई ने अनुबंधित किया है और टीमों के अधिकार खरीदने वाली कंपनियाँ इन्हें खरीदेंगीं।

आईपीएल की पुरस्कार राशि : आईपीएल में 44 दिनों में आठ शहरों में 59 मैच खेले जाएँगे। स्पर्धा की पुरस्कार राशि तीन मिलियन अमेरिकी डॉलर है। यह दक्षिण अफ्रीका में संपन्न ट्वेंटी-20 विश्व कप की पुरस्कार राशि (1.9 मिलियन डॉलर) से बहुत ज्यादा है। आईपीएल का खिताब प्रायोजक डीएलएफ होगा। डीएलएफ ने 200 करोड़ रुपए में पाँच वर्षों के लिए यह अधिकार हासिल किया।

टीवी प्रसारण अधिकार : बोर्ड को प्रसारण अधिकारों से भी तगड़ी कमाई हुई है। भारत के सोनी इंटरटेनमेंट और सिंगापुर के वर्ल्ड स्पोर्ट्‌स ग्रुप (डब्ल्यूएसजी) ने संयुक्त रूप से 10 वर्षों के लिए प्रसारण अधिकार हासिल किए हैं। इसके तहत बोर्ड को प्रसारण अधिकारों के लिए 3672 करोड़ रुपए मिलेंगे जबकि 432 करोड़ रुपए टूर्नामेंट के प्रमोशन अभियान पर खर्च किए जाएँगे।

आयोजन समिति : बीसीसीआई ने आईपीएल के सफल संचालन के लिए समिति गठित की है। इसमें पूर्व बोर्ड अध्यक्ष आईएस बिंद्रा, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, चिरायु अमीन, ललित मोदी और अरुण जेटली, पूर्व क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री शामिल हैं। इसमें बोर्ड के अधिकारी सम्मानीय सदस्य हैं वहीं पाटौदी, गावस्कर और शास्त्री को उनकी सेवाओं के लिए मानदेय दिया जाएगा। इस समिति का कार्यकाल पाँच वर्ष का होगा। बीसीसीआई से अलग यह स्वतंत्र रूप से आईपीएल का संचालन करेगी।

तो ग्वालियर भी होता : आईपीएल में शहरों के आधार पर टीमें बनाई गई हैं। इसमें मध्यप्रदेश के शहर ग्वालियर की टीम भी होती। दावेदारी के लिए बोर्ड द्वारा शहरों के लिए न्यूनतम पात्रता रखी गई थी। इसके अनुसार शहर में कम से कम 25 हजार दर्शक क्षमता के साथ कृत्रिम रोशनी की सुविधा वाला स्टेडियम होना चाहिए। आईपीएल की टीमों की होड़ में कुल 12 शहर थे। इनमें ग्वालियर के अलावा अहमदाबाद, कानपुर और कटक को मौका नहीं मिल सका।

भविष्य की योजना : ट्वेंटी-20 क्रिकेट के दौर में आईपीएल के आगे चैंपियंस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट होगा। आईपीएल में सभी टीमें घर और बाहर के आधार पर दूसरी सभी टीमों से मैच खेलेंगी। चार शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी। फाइनल में पहुँचने वाली दो टीमें चैंपियंस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में प्रवेश करेंगी।

क्या है ट्वेंटी-20 चैंपियंस लीग : यह एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा। इसमें घरेलू ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट की शीर्ष दो टीमें हिस्सा लेंगी। यह स्पर्धा अक्टूबर 2008 में खेली जाएगी। इसका संचालन भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्ड करेंगे। इसे आईसीसी से भी हरी झंडी मिली हुई है।

चैंपियंस लीग का प्रारूप : संभवतः यह घरेलू टीमों का पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा। यह योरप के फुटबॉल लीगों से ज्यादा भिन्न नहीं है। फुटबॉल की चैंपियंस लीग के लिए योरप के विभिन्ना देशों के क्लब अपनी घरेलू लीगों से होते हुए पात्रता हासिल करते हैं। सभी आयोजक देशों की शीर्ष दो ट्वेंटी-20 टीमें चैंपियंस लीग के लिए पात्रता हासिल करेंगी।

इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें अपनी घरेलू स्पर्धाओं से पात्रता हासिल करेंगी। भारत में ट्वेंटी-20 क्रिकेट का ढाँचा बहुत तगड़ा नहीं है। इसलिए आईपीएल इसका स्थान लेगा। अक्टूबर में होने वाली इस स्पर्धा में हर देश से दो टीमें हिस्सा लेंगी। इन्हें दो समूहों में बाँटा जाएगा। इसमें कुल 15 मैच होंगे, जिसमें सेमीफाइनल और फाइनल शामिल है। स्पर्धा स्थलों का चयन अभी नहीं हुआ है।

पुरस्कार राशि : इस टूर्नामेंट की कुल पुरस्कार राशि 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। विजेता टीम को 2 मिलियन डॉलर मिलेंगें, जबकि शेष राशि(3 मिलियन डॉलर) का उपयोग आईपीएल में किया जाएगा। यदि तुलना करें तो वेस्टइंडीज में संपन्न विश्व कप के विजेता को एक मिलियन अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि मिली थी।

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