कोलकाता के खिलाफ दिल्ली प्रबल दावेदार

शनिवार, 9 मई 2009 (14:41 IST)
पिछले तीन मैचों में विजयी पताका लहराने वाली दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम इंडियन प्रीमियर लीग में रविवार को जब कोलकाता नाइट राइडर्स का सामना करेगी, तो जीत के उसके अभियान को मजबूत चुनौती मिलने की उम्मीद कम ही है।

डेयरडेविल्स और नाइट राइडर्स की टीमें टूर्नामेंट में पहली बार मंगलवार को भिड़ी थी और तब दिल्ली की टीम ने बैंडन मैक्कुलम की अगुआई वाली टीम को चित्त कर दिया था। कोलकाता की टीम पिछले सात मैचों से जीत से वंचित है।

सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने के बाद कोलकाता की टीम की नजरें डेयरडेविल्स के खिलाफ खोई प्रतिष्ठा हासिल करने की होगी। दिल्ली की टीम टूर्नामेंट में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने खिताब के दावेदार के रूप में उभरी है।

दिल्ली की टीम के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्लैन मैग्राथ जैसे गेंदबाज के बैंच पर बैठे रहने का उस पर कोई असर नहीं पड़ा है, जबकि इंग्लैंड की ट्वेंटी-20 विश्व कप टीम के कप्तान पॉल कोलिंगवुड को भी बिना कोई मैच खेले स्वदेश लौटना पड़ा।

ऑस्ट्रेलिया के उदीयमान तेज गेंदबाज डर्क नानेस ने डेयरडेविल्स के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्हें मैग्राथ पर तरजीह देकर दिल्ली की टीम खुश है, जबकि वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, डेविड वार्नर और तिलकरत्ने दिलशान जैसे गेंदबाजों की मौजूदगी में कॉलिंगवुड की जरूरत ही महसूस नहीं हुई।

दूसरी तरफ कोलकाता की टीम को मैच विजेता खिलाड़ी का इंतजार है। कप्तानी के बोझ ने ब्रेडमैक्कुलम के बल्ले को शांत कर दिया है और सौरव गांगुली भी अब तक असाधारण प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं।

क्रिस गेल वेस्टइंडीज की राट्रीय टीम से जुड़ रहे हैं और टीम के लिए एकमात्र सकारात्मक पक्ष है। खराब बल्लेबाजी के कारण गेंदबाजों भी कोलकाता के भाग्य को नहीं बदल सके।

पिछले साल सेमीफाइनल में पहुँचने वाले डेयरडेविल्स के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए इस बार भी उनके अंतिम चार में जगह बनाने की प्रबल संभावना है। इसके विपरीत कोलकाता को अंतिम स्थान से बचने की जंग लड़नी है।

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