बदकिस्मती के बादशाह हैं नाइटराइडर्स

सोमवार, 18 मई 2009 (10:26 IST)
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स का डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच देखते समय यही सोच रहे होंगे कि उन्होंने क्या टीम चुनी है, जिसने सिर्फ हारना ही सीखा है?

चार्जर्स को शनिवार को इस मैच में आखिरी ओवर में जब जीत के लिए 21 रन बनाने थे, किंग खान और नाइट राइडर्स के खिलाड़ी यही सोच रहे थे कि चलो बहुत हारने के बाद एक जीत तो मिल ही जाएगी, लेकिन क्रिकेट कैसी अनिश्चितताओं का खेल है जिसका अंदाजा इस ओवर के खत्म होने के बाद नाइट राइडर्स के खिलाड़ियों के लटके चेहरे देखकर लग गया होगा। उन्हें यकीन ही नहीं हो पाया कि जीती हुई बाजी उनके हाथ से निकल गई।

चार्जर्स के रोहित शर्मा ने बांग्लदेश के मशरफे मुर्तजा के इस ओवर में 26 रन ठोंककर अपनी टीम को हैरतअंगेज जीत दिला दी। नाइट राइडर्स के कप्तान ब्रेंडन मैक्कुलम ने भी मैच के बाद स्वीकार किया कि भाग्य उनके साथ बिलकुल नहीं था। नाइट राइडर्स ने अपने 12 मैचों में से दस गँवा दिए हैं।

दिलचस्प बात है कि दो दिन पहले मुंबई इंडियंस को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ नौ गेंदों में जीत के लिए छह रन बनाने थे लेकिन उसके खिलाड़ी छह रन नहीं जुटा पाए जबकि चार्जर्स ने छह गेंदों में 21 रन जुटा डाले।

किंग खान बॉलीवुड में बेशक बेताज बादशाह माने जाते हों लेकिन आईपीएल-टू में उनकी टीम बदकिस्मती की बादशाह साबित हो रही है।

महँगे मुर्तजा : बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मशरफे मुर्तजा आईपीएल-टू में अपनी बारी आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब उन्हें खेलने का मौका मिला तो उनकी शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। नाइट राइडर्स के मुर्तजा ने चार्जर्स के खिलाफ अपने पहले दो ओवर में 26 रन लुटाए।

दूसरे स्पैल में अपना तीसरा ओवर उन्होंने कसा हुआ डाला लेकिन जब आखिरी ओवर में चार्जर्स को जीत के लिए 21 रन बनाने थे तो मुर्तजा अपनी गेंदों पर कोई नियंत्रण नहीं दिखा पाए। उन्होंने इस ओवर में 26 रन लुटाकर चार्जर्स को जीत तोहफे में दे दी। मुर्तजा ने अपने चार ओवर में 58 रन लुटाए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।

भारी पड़मैक्कुलम की गलती : नाइटराइडर्स को अपने कप्तान मैक्कुलम की फील्ड सजावट करने में एक गलती बहुत भारी पड़ गई। मुर्तजा चार्जर्स की पारी का आखिरी ओवर फेंकने आ रहे थे और चार्जर्स को जीत के लिए 21 रन चाहिए थे। मुर्तजा की पहली गेंद पर रोहित शर्मा ने चौका जड़ दिया। तभी स्क्वेयर लैग पर खड़े अंपायर ने इस गेंद को नो बॉल करार दे दिया क्योंकि सर्कल के अंदर पूरे फील्डर नहीं थे।

इस नो बॉल को लेकर कुछ देर तक उलझन की स्थिति बनी रही और मैक्कुलम ने इसे लेकर अंपायर से बहस भी की, लेकिन अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला। चार्जर्स को इस गेंद पर पाँच रन मिल गए और उसके खाते में गेंद भी दर्ज नहीं हुई। अब चार्जर्स के लिए लक्ष्य छह गेंदों में 16 रन रह गया। यदि यह गेंद नो बॉल नहीं रही होती तो चार्जर्स को आखिरी गेंद पर जीत हासिल करने के लिए परेशानी हो सकती थी।

यह देखना किसी भी कप्तान का काम है कि उसके फील्डर सही जगह पर और निर्धारित संख्या में लगे हैं, लेकिन मैक्कुलम इसमें चूक कर गए जिसका नतीजा उनकी टीम को हार से भुगतना पड़ा।

अर्द्धशतक बनाने में डुमिनी और हेडन सबसे आगे: चेन्नई सुपर किंग्स के मैथ्यू हेडन और मुंबई इंडियंस के जेपी डुमिनी आईपीएल-टू में सर्वाधिक अर्द्धशतक बनाने के मामले में सबसे आगे चल रहे हैं। दोनों अब तक पाँच-पाँच अर्द्धशतक बना चुके हैं। डुमिनी ने कल चेन्नई के खिलाफ 62 रन और हेडन ने मुंबई के खिलाफ नाबाद 60 रन बनाए थे। चेन्नई की टीम ने यह मैच पाँच गेंद शेष रहते सात विकेट से जीता था।

बीस ओवर में 26 अतिरिक्त रन : ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट में अतिरिक्त रन देना एक अपराध समझा जाता है, लेकिन मुंबई इंडियंस ने चेन्नई के खिलाफ कल मैच में 26 अतिरिक्त रन देकर एक भीषण अपराध किया है। इस अतिरिक्त रन लुटाने का नतीजा यह हुआ कि मुंबई की टीम 147 रन का स्कोर खड़ा करने के बावजूद मैच हार गई।

मुंबई के गेंदबाजों ने 16 लेग बाई और दस वाइड सहित 26 अतिरिक्त रन दिए जो टूर्नामेंट में किसी भी टीम द्वारा एक पारी में अतिरिक्त रनों की सर्वाधिक संख्या है।

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