बेंगलुरु की बाधा बन सकते हैं डेयरडेविल्स

मंगलवार, 19 मई 2009 (13:56 IST)
बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स इंडियन प्रीमियर लीग में 'करो या मरो' के मुकाबले में मंगलवादिल्ली डेयर डेविल्स के खिलाफ उतरेगी तो उसके लिए इस तिलिस्म को तोड़ पाना आसान नहीं होगा।

12 मैचों में 12 अंक लेकर छठे स्थान पर काबिज बेंगलुरु को मंगलवार को हर हालत में जीत दर्ज करनी होगी अन्यथा वह सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएँगे।

दूसरी ओर 12 मैचों में 18 अंक लेकर शीर्ष पर काबिज दिल्ली सेमीफाइनल में पहुँचने के बावजूद जीत की लय बरकरार रखने उतरेगी। अनिल कुंबले की टीम का इरादा हालाँकि पिछले मैच में दिल्ली के हाथों छह विकेट से पराजय का बदला चुकता करने का भी होगा।

चेन्नई सुपर किंग्स को पिछले मैच में हराने वाली बेंगलुरु की टीम को दिल्ली के विजय अभियान पर अंकुश लगाने के लिए चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा।

एबी डिविलियर्स दिल्ली की बल्लेबाजी के आधार रहे हैं जबकि तिलकरत्ने दिलशान और दिनेश कार्तिक ने मध्यक्रम को मजबूती दी है। कप्तान वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर का खराब फॉर्म वैसे दिल्ली की चिंता का विषय बना हुआ है।

सहवाग और गंभीर टूर्नामेंट में अपनी ख्याति के अनुरूप नहीं खेल पाए हैं। दिल्ली के कप्तान ने हालाँकि सेमीफाइनल से पहले फॉर्म में लौटने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ मैचों में लय हासिल कर लूँगा। यदि गौतम और मैं फॉर्म में लौट आए तो हमारे लिए यह बोनस होगा।

आशीष नेहरा और डर्क नानेस के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए दिल्ली की गेंदबाजी भी मजबूत लग रही है। वहीं युवा प्रदीप सांगवान विकेट लेने में कामयाब रहे हैं। दूसरी ओर बेंगलुरु का शीर्ष क्रम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है।

जेसी राइडर और रॉबिन उथप्पा ने निराश किया है। रोस टेलर का फॉर्म में लौटना राहत की बात है जो कल भी उसी फॉर्म का प्रदर्शन करना चाहेंगे।

बेंगलुरु की गेंदबाजी आशातीत नहीं रही है। हालाँकि कुंबले एंड कंपनी इस बात से संतोष कर रही होगी कि पिछले मैच में उन्होंने चेन्नई को 129 रन पर रोक दिया था।

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