दिल्ली के कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ मैच को हलके में लेने के आरोपों का खंडन किया, लेकिन स्वीकार किया कि उनके खिलाड़ियों में निश्चिंतता का भाव था।
सहवाग ने पत्रकारों से कहा कि ऐसा कुछ नहीं था। हम चाहते थे कि सेमीफाइनल से पहले रिजर्व खिलाड़ियों को भी मौका मिले। हर किसी को मौका मिलना जरूरी है, अन्यथा खिलाड़ी बेंच पर बैठे-बैठे मायूस हो जाते।
उन्होंने कहा कि हमने थोड़ी निश्चिंतता के साथ खेला, क्योंकि हम सेमीफाइनल में पहुँच चुके हैं, लेकिन उम्मीद है कि आगामी मैचों में हम अच्छा खेलेंगे।
उन्होंने कहा कि इस मैच में एक खराब ओवर ने मैच की दिशा बदल दी। नए खिलाड़ी योगेश नागर के एक ओवर में रॉस टेलर ने लगातार दो छक्के लगाकर रन और गेंद का अंतर कम कर दिया। सहवाग यह नहीं मानते कि इस हार से सेमीफाइनल में उनकी टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ेगा।
सहवाग ने कहा हमने कभी लगातार दो मैच नहीं गँवाए लिहाजा लय खोने का सवाल ही नहीं उठता। मुझे नहीं लगता कि हमारी लय टूटेगी।
यह पूछने पर कि उनके और गौतम गंभीर के खराब फॉर्म से टीम को नुकसान हो रहा है, सहवाग ने कहा हम हमेशा अच्छा खेलने की कोशिश करते हैं, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता। हम कोशिश करते रहेंगे। हमें लय में आने के लिए सिर्फ एक अच्छी पारी की जरूरत है।
उन्होंने मध्यक्रम के प्रदर्शन पर प्रसन्नता जताते हुए कहा पिछले साल गौतम और मैं अच्छा खेल रहे थे, लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाज नहीं। इस बार मध्यक्रम अच्छा खेल रहा है, ऐसा चलता रहता है।