तमाम अवरोधों को धता बताते हुए क्रिकेट के साथ मनोरंजन के अनूठे तमाशे यानी इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे सत्र का शनिवार को यहाँ आगाज होगा और दुनिया के चोटी के खिलाड़ी क्रिकेट के इस 'कर्मयुद्ध' में एक बार फिर आमने-सामने होंगे।
न्यूलैंड्स स्टेडियम में कल एक के बाद एक होने वाले दो मैचों के साथ आधुनिक क्रिकेट के सबसे नए स्वरूप का करीब पाँच सप्ताह तक चलने वाला यह जलसा दक्षिण अफ्रीका में अपनी छटा बिखेरेगा।
टूर्नामेंट में खिताब कोई भी जीते, लेकिन असल जीत आयोजकों की होगी, जिन्होंने तमाम अड़चनों के बावजूद परदेस में ही सही 59 मैचों की इस ट्वेंटी-20 लीग का आयोजन करने में कामयाबी हासिल की।
सचिन तेंडुलकर की अगुआई में मुंबई इंडियंस पिछले साल के उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स से भिड़ेगी, जिसके कप्तान महेंद्रसिंह धोनी हैं।
इस मैच के बाद इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन की कप्तानी में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स की टक्कर पिछले चैम्पियन राजस्थान रॉयल्स से होगी। शेन वॉर्न की कप्तानी वाली रॉयल्स की टीम निश्चित तौर पर जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगी।
भारत में आम चुनाव के साथ तारीखों में टकराव और गृह मंत्रालय द्वारा सुरक्षा मुहैया कराने से इनकार के बाद आईपीएल अधिकारियों ने टूर्नामेंट के आयोजन में जमीन आसमान एक कर दिए और आखिरकार दक्षिण अफ्रीका के रूप में उन्हें काबिल मेजबान मिल गया।
आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी और उनकी टीम इसके लिए बधाई की पात्र हैं, जिन्होंने इस स्तर के टूर्नामेंट का इतने कम समय में आयोजन मुमकिन कर दिखाया।
फुटबॉल विश्व कप 2010 के मेजबान दक्षिण अफ्रीका को भी दुनिया को अपनी क्षमता से वाबस्ता कराने का यह सुनहरा मौका मिला है। क्रिकेट बोर्ड तथा सरकार ने इसे लपकने में चूक नहीं की।
एकमात्र कमी पाकिस्तानी खिलाड़ियों की खलेगी, जिन्हें मुंबई आतंकी हमलों के मद्देनजर दोनों देशों के आपसी संबंधों में आए तनाव के कारण अपनी सरकार से भारत में खेलने की इजाजत नहीं मिली।
आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में होने के बावजूद पाकिस्तानी खिलाड़ियों के अनुबंध या तो रद्द हो गए या निलंबित कर दिए गए। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग और माइक हस्सी ने भी निजी कारणों से आईपीएल टू में हिस्सा नहीं लिया है जबकि ब्रेट ली चोट के कारण बाहर हैं।
आईपीएल के सबसे महँगे खिलाड़ी बने इंग्लैंड के पीटरसन और हरफनमौला एंड्रयू फ्लिंटॉफ के आने से इसकी भरपाई काफी हद तक हो गई है। इसके अलावा आईपीएल में इस बार दक्षिण अफ्रीका के जेपी डुमिनी (मुंबई इंडियंस), ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक बल्लेबाज डेविड वार्नर (दिल्ली डेयर डेविल्स) और तेज गेंदबाज कामरान खान (राजस्थान रॉयल्स) जैसे खिलाड़ी भी नजर आएँगे।
पिछले साल सबसे सस्ती खरीदी गई रॉयल्स टीम ने खिताब जीतकर सभी को चौंका दिया, लेकिन इस बार उसकी राह आसान नहीं होगी। उसे सोहेल तनवीर और पहले आईपीएल के सबसे बेशकीमती खिलाड़ी रहे वॉटसन की कमी खलेगी।
दूसरी ओर धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स खिताब की प्रबल दावेदार लग रही है, जिसके पास मैथ्यू हेडन और फ्लिंटॉफ जैसे शानदार खिलाड़ी हैं। वीरेंद्र सहवाग की दिल्ली डेयर डेविल्स टीम को भी कम नहीं आँका जा सकता। खासकर वार्नर और मुंबई इंडियंस से खरीदे गए आशीष नेहरा की मौजूदगी उसके दावे को और मजबूत बनाती है।